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हरियाणा-पंजाब में भारी हिंसा के बीच डेरा सच्चा सौदा ने कहा-

हरियाणा-पंजाब में भारी हिंसा के बीच डेरा सच्चा सौदा ने कहा- "हमारे साथ अन्याय हुआ"

डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता दिलावर इंसा ने कहा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है, हम इसकी अपील करेंगे। हमारे साथ वही हुआ जो इतिहास में गुरुओं के साथ हुआ। डेरा सच्चा सौदा मानवता भलाई के लिए है, सभी शांति बनाए रखें।
गुजरात में स्वाइन फ्लू से 9 और लोगों की मौत, मरने वालों की संख्या बढ़कर 280 हुई

गुजरात में स्वाइन फ्लू से 9 और लोगों की मौत, मरने वालों की संख्या बढ़कर 280 हुई

गुजरात में पिछले 24 घंटे में स्वाइन फ्लू से 9 और लोगों की मोत हो गई है। इसके साथ ही राज्य में जनवरी से इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 280 हो गई है।
शर्मनाक: सिर्फ 50 रुपए कम होने की वजह से डॉक्टरों ने किया इलाज से इनकार, बच्चे की मौत

शर्मनाक: सिर्फ 50 रुपए कम होने की वजह से डॉक्टरों ने किया इलाज से इनकार, बच्चे की मौत

बच्चे के पिता ने कर्ज लेकर मिट्टी का घर बनाया था। इसी बीच बारिश में उसका घर गिर गया, जिसमें बच्चे के सिर पर चोट आई थी।
ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया को दी धमकी, कहा- ऐसा अंजाम करेंगे कि कभी सोचा नहीं होगा

ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया को दी धमकी, कहा- ऐसा अंजाम करेंगे कि कभी सोचा नहीं होगा

ट्रंप ने कहा कि अगर उत्तर कोरिया ने अमेरिका या उसके किसी सहयोगी देश पर हमला करने के बारे में सोचा भी तो उसके साथ ऐसा होगा जो उसने ‘कभी सोचा भी नहीं’ होगा।
देश के स्वच्छता सेनानी से मुलाकात जिसे कोई शहीद का दर्जा भी नहीं देगा

देश के स्वच्छता सेनानी से मुलाकात जिसे कोई शहीद का दर्जा भी नहीं देगा

एक तरफ जहां स्वच्छता अभियान की ब्रांडिग जोरों पर है, वहीं सीवर के भीतर गंदगी साफ करने उतरे सफाई कर्मचारियों की मौतें दिल दहला रही हैं।
गोरखपुर के अस्पताल में 30 बच्चों की मौत, वजह अभी स्पष्ट नहीं

गोरखपुर के अस्पताल में 30 बच्चों की मौत, वजह अभी स्पष्ट नहीं

यह अस्पताल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में आता है। मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। ऑक्सीजन की कमी या इंसेफलाइटिस की वजह से मौत की संभावना जताई जा रही है।
ओलंपिक की आस लगाने से पहले सोचिए, कैसे जीते-मरते हैं हमारे खिलाड़ी

ओलंपिक की आस लगाने से पहले सोचिए, कैसे जीते-मरते हैं हमारे खिलाड़ी

खेल और खिलाड़ियों की दशा पर अक्सर लोग बात करते दिखाई देते हैं। खेल की हालत में सुधार और प्रोत्साहन देने जैसी शासकीय घोषणाएं भी समय-समय पर की जाती हैं। खेलों में न्यूनतम सुविधाएं मिलने अथवा नहीं मिलने की परिचर्चा भी आम है, लेकिन बात खिलाड़ियों की जान पर आ जाए तो आप इसे क्या कहेंगे?
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