डेरा प्रमुख के मामले को उजागर करने वाले पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की तरह ही इन पत्रकारों ने भी जान का खतरा उठाते हुए धर्म की आड़ में होने वाले अपराध का पर्दाफाश किया था।
विकिलीक्स ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शुक्रवार को ट्वीट करके एक लेख शेयर किया जिसमें डाटा चोरी किए जाने की जानकारी दी गई है। हालांकि, आधिकारिक सूत्रों ने इन दावों को सिरे से खारिज किया है।
भोपाल के यूनियन कार्बाइड कारखाने से दो और तीन दिसंबर 1984 के बीच की रात को जहरीली गैस रिसने से करीब 15,000 लोगों की मौत हो गयी थी और लाखों लोग प्रभावित हुए थे।