अनुसूचित जाति एवं जनजाति पर जातिगत टिप्पणी को लेकर हाईकोर्ट ने अहम फैसला दिया है। अब सोशल मीडिया पर इन समुदायों के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी करना अपराध माना जाएगा।
आज दलित समुदाय हर दृष्टि से चौराहे पर खड़ा है। कई दशक बाद दलित राजनीति लगभग हाशिए पर पंहुच गई है। दलित जन प्रतिनिधियों से दलित समुदाय एकदम निराश है। वे समुदाय पर होने वाले अत्याचार के मसलों पर कुछ नहीं बोलते हैं। अब दलित समाज में उन्हें खुले मंचों से पूना पैक्ट की खरपतवार कहना शुरू कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने सोशल मीडिया साइट के माध्यम से कहा कि देश में सभी प्रकार के जाति आधारित आरक्षण बंद होने चाहिए। उन्होंने इसे देश के लिए एक अभिशाप बताया है।
अगर आपने एयरलाइंस में बुरा बर्ताव किया तो आपको नो फ्लाई लिस्ट में डाल दिया जाएगा यानी कि आप पर दो साल या कुछ समय के लिए बैन लग जाएगा। फिर आप प्लेन का टिकट बुक नहीं करा सकेंगे। सिविल एविएशन मिनीस्ट्री ने नो फ्लाई लिस्ट से जुड़े नियमों का मसौदा सार्जननिक कर दिया है। माना जा है कि शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ की एयर इंडिया के प्रबंधक से मारपीट के मामले के बाद इन नियमों को लागू किया जा रहा है। नए नियम घरेलू उड़ानों पर लागू होंगे।
जाति के आधार पर चल रहे भेदभाव पर खेद व्यक्त करते हुए केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि दलित जाति के जो लोग कुएं खोदते हैं और मूर्तियां बनाते हैं, उन्हें कुएं से पानी पीने एवं मंदिरों में प्रवेश से रोका जाना आज के युग में ठीक नहीं है। लोगों में ऐसी सोच बदलनी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अति उत्साही गौरक्षक समूहों की निंदा करने के बावजूद पश्चिम बंगाल में गाय संरक्षण प्रकोष्ठ ने कहा कि वह राज्य में गाय की गणना करना जारी रखेगा।
देश के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर ने वकालत के पेशे में गैर पेशेवर आचरण पर कड़ाई से रोक लगाने पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को वकालत के पेशे से हमेशा के लिए निकाल बाहर करना चाहिए।
हरियाणा के एक गांव में ऊंची जाति के कुछ लोगों द्वारा एक दलित दूल्हे को उसकी बारात में घोड़ा बग्गी पर चढने से रोकने और बाराती समेत पुलिस दल पर पथराव करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद से इलाके में तनाव की स्थिति है।