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प्रेमजी-नाडार फोर्ब्‍स के 100 अमीर प्रौद्योगिकी सम्राटों की सूची में

प्रेमजी-नाडार फोर्ब्‍स के 100 अमीर प्रौद्योगिकी सम्राटों की सूची में

विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी और एचसीएल के सह-संस्थापक शिव नाडार भारत के ऐसे दो अरबपति हैं जो फोर्ब्‍स के प्रौद्योगिकी क्षेत्र के 100 सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल हैं और उन्होंने गूगल प्रमुख एरिख श्मिट और उबर के मुख्य कार्यकारी टैविस कैलानिक से पहले शीर्ष 20 उद्योगपतियों में जगह बनाई है। प्रौद्योगिक क्षेत्र के इन 100 सबसे अमीर उद्योगपयितों की सूची में शीर्ष स्थान पर माइक्रोसाफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स हैं जिनके पास अनुमानित संपत्ति 78 अरब डाॅॅलर है।
विजय रुपानी होंगे गुजरात के नए मुख्‍यमंत्री, 7 को लेंगे श्‍ापथ

विजय रुपानी होंगे गुजरात के नए मुख्‍यमंत्री, 7 को लेंगे श्‍ापथ

गुजरात भाजपा अध्‍यक्ष विजय रुपानी अब गुजरात के नये मुख्‍यमंत्री होंगे। नितिन पटेल को उप मुख्‍यमंत्री बनाया गया है। मुख्‍यमंत्री के चयन पर बीते 2 दिनों से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तथा अन्‍य भाजपा नेताओं के बीच विचार विमर्श किया गया। जिसके बाद अहमदाबाद में पार्टी नेताओं से गहन बैठक करने के बाद रुपानी पर आम सहमति बनी। विजय रुपानी रविवार 7 अगस्‍त को महात्मा मंदिर में शपथ लेंगे। विजय रूपानी गुजरात के 25 वें सीएम होंगे।
मोदी के मंत्री भाजपा सांसदों को ही नहीं दे रहे तवज्‍जो, जनता की क्‍या सुनेंगे?

मोदी के मंत्री भाजपा सांसदों को ही नहीं दे रहे तवज्‍जो, जनता की क्‍या सुनेंगे?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री अपनी पार्टी के सांसदों की समस्‍याओं पर गंभीरता से ध्‍यान नहीं दे रहे हैं। भाजपा नेताओं को इस तरह नजरअंदाज किए जाने के बाद आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आम जनता को अपनी समस्‍याओं के निवारण के लिए कितनी जेहमत करनी पड़ती होगी। मंत्रियों की ऐसी मनमानी की शिकायत पीएम मोदी के पास पहुंची तो उन्‍होंने तुरंत मंत्रियों को नसीहत दी है कि वो पार्टी सांसदों से बाकायदा डिनर पर मिले और उनकी समस्याओं का निपटारा करें।
आरएसएस-भाजपा का सर्वे, अगर आज गुजरात में हुए चुनाव तो मिलेगी महज 60-65 सीटें

आरएसएस-भाजपा का सर्वे, अगर आज गुजरात में हुए चुनाव तो मिलेगी महज 60-65 सीटें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को अभी गुजरात को संभालना होगा। अगर वह इस चुनौती को साध नहीं पाए तो उनके लिए आने वाला समय काफी कठिन हो सकता है। उनका गढ़ माने जाने वाले गुजरात में अब भाजपा अपनी पकड़ खोती जा रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के सर्वे में यह खुलासा हुआ है कि अगर इस वक्त गुजरात में चुनाव हुए तो पार्टी को विधानसभा की 182 में से 60-65 सीटों के साथ ही संतुष्ट होना पड़ेगा।
गुजरात के हालात के लिए बेन के 2 साल नहीं, मोदी के 13 साल जिम्‍मेदार : राहुल

गुजरात के हालात के लिए बेन के 2 साल नहीं, मोदी के 13 साल जिम्‍मेदार : राहुल

आनंदीबेन पटेल के गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटने संबंधी फैसला लेने के एक दिन बाद राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि किसी को बलि का बकरा बना देने से भाजपा स्वयं को राज्य में नहीं बचा पाएगी क्योंकि राज्य के जलने के लिए नरेंद्र मोदी का 13 साल का शासन जिम्मेदार है। गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, गुजरात के जलने के लिए आनंदीबेन का दो साल का शासन नहीं, बल्कि मोदी शासन के 13 साल जिम्मेदार हैं।
मेरी भूमिका दबाव बनाने की थी जिसमें मैंने अच्छा किया: मिश्रा

मेरी भूमिका दबाव बनाने की थी जिसमें मैंने अच्छा किया: मिश्रा

भारतीय गेंदबाज अमित मिश्रा ने पहले टेस्ट में भले ही ज्यादा विकेट नहीं चटकाये हों लेकिन इस लेग स्पिनर ने कहा कि उन्होंने एक छोर से वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों पर दबाव बनाकर अपनी भूमिका अच्छी तरह निभायी।
भाजपा के ये बरखुरदार ही मोदी को ललकार सके

भाजपा के ये बरखुरदार ही मोदी को ललकार सके

जीवन के सबसे सुनहरे दौर से गुजर रहे पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देना आसान नहीं। प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा की पहचान उन्‍हीं से होती है। मोदी और भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह आज सबसे ताकतवर हैं। आज इन्‍हीं के नाम पर भाजपा चुनाव लड़ती है। कामयाबी का श्रेय भी इन दोनों को मिलता है। दोनों के फैसलों पर शायद ही किसी के पास आवाज उठाने की कूबत है। केंद्र में मोदी सरकार को दो साल हो गए हैं। इस दौरान भाजपा के किसी नेता ने भी मोदी को चुनौती नहीं दी। लेकिन क्रिकेट और बॉलीवुड से आए नेताओं ने मोदी को तवज्‍जो नहीं दी है।
75 पार भाजपा नेताआें को अलविदा, क्‍या अगला शिकार आनंदी बेेन होंगी?

75 पार भाजपा नेताआें को अलविदा, क्‍या अगला शिकार आनंदी बेेन होंगी?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह जब से देश और भाजपा की कमान संभाले हैं तब से पार्टी के 75 साल पार हो चुके बड़े-बुजुर्ग नेताओंं को धीरे-धीरे किनारे किया जा रहा है। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी को मार्गदर्शक का दर्जा देकर सक्रिय राजनीति से अलग किया गया। शांता कुमार और यशवंत सिन्हा को भी अलग-थलग कर दिया गया। इसके बाद मध्‍य प्रदेश के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर और सरताज सिंह समेत कुछ अन्य मंत्रियों को राज्य मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया।
सीएम मुखड़े पर हिचकिचाहट, दिल्‍ली-बिहार की तरह यूपी में भी न पिट जाएं

सीएम मुखड़े पर हिचकिचाहट, दिल्‍ली-बिहार की तरह यूपी में भी न पिट जाएं

नरेंद्र मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में बहुमत हासिल कर देश के प्रधानमंत्री बन गए लेकिन अभी भी राज्‍यों के विधानसभा चुनाव जीतने के लिए पीएम मोदी और उनकी भाजपा खुलकर सामने आने में हिचकिचाती है। जब आप देश जीत लेते हैं तो आपको राज्‍यों को जीतना और आसान हो जाता है। लेकिन भाजपा के साथ ऐसा नहीं है।
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