भारतीय कप्तान विराट कोहली और उनके आस्ट्रेलियाई समकक्ष स्टीव स्मिथ के बीच आज तब गहमागहमी हो गयी जब मेहमान टीम के कप्तान ने अपने आउट होने के बाद डीआरएस लेने के लिये ड्रेसिंग रूम से इशारा मांगा।
माकपा प्रमुख सीताराम येचुरी ने कहा है कि राजग सरकार की नीतियों के खिलाफ लोगों के असंतोष को दिशा देकर 2019 के आम चुनावों में भाजपा को चुनौती देने के वास्ते एक राष्ट्रीय गठबंधन बनाए जाने की आवश्यकता है।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (आइसा) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद पूरे परिसर में तनाव है। हाल ही में दिल्ली के रामजस कॉलेज में भी एबीवीपी और आइसा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी जिसकी वजह से दिल्ली विश्वविद्यालय में भी तनाव है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने रोहित वेमुला की मां राधिका को कारण बताओ नोटिस भेजा है जिसमें उन्हें दो हफ्ते का समय दिया गया है कि वह साबित करें कि वह दलित हैं। गुंटूर के कलेक्टर ने रिपोर्ट के निष्कर्षों को रोहित वेमुला के परिवार को भेज दिया है और उन्हें नोटिस भी जारी किया है। कलेक्टर ने परिवार से पूछा है कि अगर दलित होने का प्रमाण नहीं मिला तो उनका प्रमाण-पत्र खारिज क्यों ना किया जाए।
उच्चतम न्यायालय ने स्पष्ट किया कि किसी फिल्म, वृत्त चित्र या समाचार फिल्म की कहानी के हिस्से के रूप में राष्ट्रगान बजने के दौरान दर्शकों को खड़ा होने की जरूरत नहीं है।
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग कुछ स्थानों पर भूस्खलन होने के कारण सोमवार को लगातार चौथे दिन भी बंद रहा। कश्मीर घाटी में ऊंचाई पर स्थित इलाकों में रातभर बर्फबारी हुई।
जम्मू कश्मीर के क्रिकेटर परवेज रसूल पर राष्ट्रगान के दौरान च्यूइंग गम चबाने का आरोप लगा है। बीते दिन कानपुर में इंग्लैंड के खिलाफ हुए मैच के दौरान रसूल ने कुछ ऐसा कर दिया, जिसके बाद उन पर लोगों ने देशद्रोही होने का आरोप मढ़ दिया।
एशिया का सबसे पुराने शेयर बाजार बांबे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) 23 जनवरी को अपना बहु-प्रतीक्षित सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने जा रहा है। इसके तहत प्राथमिक बाजार में शेयर बेच कर 1,500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है।
उच्चतम न्यायालय के लोढ़ा समिति के सुधारों को लागू करने के आदेश के बाद राष्ट्रीय चयन पैनल में चयनकर्ताओं की संख्या कम होना तय है और ऐसे में गगन खोड़ा और जतिन परांजपे को अपने पद छोड़ने होंगे क्योंकि वे तय शर्तों को पूरा नहीं करते।
21वीं सदी के 16वें साल में हिन्दी अपने मिजाज के मुताबिक व्याकरण की जकड़बंदी से निकलकर उर्दू मिश्रित हिन्दुस्तानी से होते हुये अंग्रेजीनुमा हिंग्लिश की ओर बढ़ती रही। बोलचाल अथवा संप्रेषण के स्वनियम पर आधारित हिन्दी में इस साल जहां एक ओर अन्य भाषाओं और ज्ञान-विज्ञान के विभिन्न इलाकों से आने वाले शब्दों को जगह मिली, वहीं दूसरी ओर फेसबुक-ट्विटर और कंप्यूटर के बढ़ते इस्तेमाल से हैश-टैग और एट दि रेट आॅफ जैसे निशान भी हिन्दी में शामिल होते गये।