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अरसे बाद स्वरूप संपत परदे पर

अरसे बाद स्वरूप संपत परदे पर

लंबा वक्त बीत गया है जब रंगकर्मी और गुजराती फिल्मों का जाना-पहचाना नाम स्वरूप संपत परदे पर आई थीं। यह जो है धारावाहिक की संपत लंबे अर्से बाद हिंदी फिल्मी परदे पर नजर आएंगी।
नेशन वॉन्ट्स टू नो, 'क्या है होली’

नेशन वॉन्ट्स टू नो, 'क्या है होली’

खोजी पत्रकार बन गए बच्चे जिद पकड़ बैठे कि होली से पहले मालपुआ का प्रोमो टेस्ट होना चाहिए। अब उन्हें कौन समझाए कि प्रोमो के चक्कर में असली माल पर हाथ साफ करने वालों की कमी नहीं है
विद्रोही टाइगर श्रॉफ

विद्रोही टाइगर श्रॉफ

टाइगर श्रॉफ के जन्मदिन के मौके पर उनकी आने वाली फिल्म बागी का पहला पोस्टर जारी किया गया। फिल्म में वह विद्रोही अवतार में नजर आ रहे हैं।
एकता कपूर को टीवी की कसम

एकता कपूर को टीवी की कसम

अगर आपको लगता है कि मां कसम जैसे संवाद सिर्फ गरम धरम को ही कहने का अधिकार है तो आप गलत हैं। एकता कपूर ने भी टीवी की कसम खाई है कि वह टीवी को 11 बजे से पहले बंद नहीं होने देंगी।
तेरे बिन ही ठीक थे लादेन

तेरे बिन ही ठीक थे लादेन

इस फिल्म का सीक्वेल देखने के बाद इच्छा होती है कि संविधान में संशोधन कर एक नियम डाला जाए कि पकाऊ सीक्वेल बनाने पर सजा का प्रावधान हो।
समीक्षा - नीरजा होने का मतलब

समीक्षा - नीरजा होने का मतलब

सोशल मीडिया, अखबारों और पत्रिकाओं में नीरजा के बहादुरी के किस्से आ जाने से यह बात फिर दोहराना जरूरी नहीं है कि उस दिन पैन एम की फ्लाइट में क्या हुआ था। जरूरी है कि इस फिल्म ने नीरजा के साथ न्याय किया है या नहीं।
टाइगर के साथ अच्छी केमेस्ट्री : श्रद्धा कपूर

टाइगर के साथ अच्छी केमेस्ट्री : श्रद्धा कपूर

हीरोपंती वाले टाइगर को पहचान बनाना बाकी है, लेकिन एबीसीडी गर्ल श्रद्धा कपूर को दर्शक पहचानने लगे हैं। अपने बचपन के दोस्त टाइगर श्रॉफ के साथ श्रद्धा की नई फिल्म आने वाली है और वह टाइगर की तारीफ में जुटी हुई हैं।
नीरजा जिसे जानना जरूरी है

नीरजा जिसे जानना जरूरी है

इसी शुक्रवार नीरजा भनोत पर नीरजा नाम से ही फिल्म प्रदर्शित होने वाली है। इसी सिलसिले में फिल्म की नायिका सोनम कपूर ने नीरजा के भाई अनीश भनोत द्वारा लिखित पुस्तक, द नीरजा आई न्यू पुस्तक का विमोचन किया।
फिल्म समीक्षा : फितूर

फिल्म समीक्षा : फितूर

निर्देशक अभिषेक कपूर ने फितूर को बड़े विश्वास के साथ बनाया है। चार्ल्स डिकंस के ग्रेट एक्सपेक्टेशंस के लंदन को कश्मीर की पृष्ठभूमि में पिरोना और फिर उसे बॉलीवुड की यादगार प्रेम कहानी के रूप में प्रस्तुत करने का काम उन्होंने बखूबी किया है।
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