जिनेवा में विश्व व्यापार संगठन की अहम बैठक से पहले विकासशील देशों में चल रहा समर्थन जुटाने का अभियान एक पत्र के जरिए जो ऐलान करता पत्र विकासशील देशों में आवाम की बुलंद आवाज
भारतीय मोबाइल हैंडसेट बाजार में प्रवेश करने वाली नई कंपनी रिंगिंग बेल्स ने मात्र 251 रुपये का फोन पेश किया है जो दुनिया में सबसे सस्ता स्मार्टफोन बताया जा रहा है। इतनी कम कीमत और बेहतरीन फीचर्स ने दुनियाभर के स्मार्टफोन निर्माताओं को चौंका दिया है।
सबसे ज्यादा प्रतीक्षित कार्यक्रम का अवॉर्ड यदि पुस्तक मेले के नाम किया जाए तो भी गलत नहीं होगा। किसी भी पर्व-त्योहार से ज्यादा इस मेले को लेकर उल्लास रहता है। हर साल दिल्ली के प्रगति मैदान में लाखों की संख्या में पुस्तक प्रेमी जुटते हैं।
बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक गुरुवार को कारोबार के शुरआती दौर में ही 400 अंक से अधिक टूटकर 25,000 अंक से नीचे उतर गया। चीन के बाजारों में बिकवाली का दौर आज भी जारी रहने से घरेलू बाजारों में भी गिरावट रही।
दिल्ली सरकार ने आज एक अहम् फैसला लेते हुए राज्य के स्कूलों में मैनेजमेंट कोटा पूरी तरह से खत्म कर दिया। आम आदमी पार्टी की सरकार के इस फैसले से हर साल दिल्ली के स्कूलों का चक्कर लगाने वाले हजारों अभिभावकों को काफी राहत मिलेगी।
फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग के बाद अब गूगल गूगल प्रमुख सुंदर पिचई भी मुस्लिमों के समर्थन में उतर आए हैं। शनिवार को अपने एक ब्लॉग के जरिये उन्होंने कहा कि हमें अमेरिका और विश्व में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों का समर्थन करना चाहिए।
हॉकी विश्व लीग में कांस्य पदक के लिए आज खेले गए मैच में भारत ने नीदरलैंड को हरा दिया। बेहद रोमांचक मैच का फैसला शूट आउट से हुआ जिसे भारत ने नीदरलैंड के 2 गोल के मुकाबले 3 गोल कर जीत लिया है।
विश्व के नंबर दो विकलांग बांह पहलवान (आर्म रेसलर) मनीष कुमार (36) केवल अपने दाएं हाथ से भोपाल के बड़े तालाब में खाली जहाज को खींचकर एक विश्व रिकार्ड बनाना चाहते हैं। वह वर्ष 2006 और 2012 में क्रमश इंग्लैंड और ब्राजील में हुई विश्व बांह पहलवान (आर्म रेसलर) प्रतियोगिता में शामिल हो चुके हैं। मनीष, जिनके कमर के नीचे का हिस्सा पोलियो के कारण काम नहीं करता है, वर्ष 2012 में राष्ट्रीय स्पर्धा में विकलांग और सामान्य दोनों श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। वह मध्यप्रदेश के कुश्ती समुदाय के सबसे बड़े सम्मान मध्यप्रदेश केसरी से भी वर्ष 2014 में नवाजे जा चुके हैं।
म्यांमार के चुनावों में भारी जीत की ओर बढ़ती दिखाई दे रही विपक्षी पार्टी ने सरकारी चुनावी पैनल पर जानबूझकर नतीजों में देरी करने का आरोप लगाया है। आंग सान सू की की पार्टी ने कहा है कि शायद चुनावी पैनल कुछ तरकीब लड़ाना चाहता है।