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फोर्ब्‍स सूची : चंदा कोचर, किरण मजूमदार, शोभना भरतिया पॉवरफुल महिलाएं

फोर्ब्‍स सूची : चंदा कोचर, किरण मजूमदार, शोभना भरतिया पॉवरफुल महिलाएं

फोर्ब्स की विश्व की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में एसबीआई की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अरुंधती भट्टाचार्य और आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक चंदा कोचर समेत चार भारतीय महिलाएं शामिल हैं। इस सूची में विश्व की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाएं शामिल हैं, जो अरबों डालर के ब्रांड बना रही हैं और वित्तीय बाजारों में अहम भूमिका निभा रही हैं।
भारत के लखनऊ में होगा अगला जूनियर हॉकी विश्व कप

भारत के लखनऊ में होगा अगला जूनियर हॉकी विश्व कप

अगला जूनियर हॉकी विश्व कप इस साल आठ से 18 दिसंबर तक लखनऊ में खेला जायेगा। इसमें 16 टीमें भाग लेंगी जिनमें गत चैम्पियन जर्मनी, अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, आस्ट्रिया, बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, इंग्लैंड, भारत, जापान, कोरिया, नीदरलैंड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और स्पेन शामिल हैं।
श्री श्री रविशंकर ने पौने पांच करोड़ जुर्माना दिया, कहा लड़ाई जारी रखेंगे

श्री श्री रविशंकर ने पौने पांच करोड़ जुर्माना दिया, कहा लड़ाई जारी रखेंगे

यमुना किनारे आयोजित विश्व संस्कृति महोत्सव से पर्यावरण को हुए नुकसान के मद्देनजर पांच करोड़ का जुर्माना आर्ट ऑफ लिविंग पर लगाया गया था। इस जुर्माने को श्री श्री रविशंकर ने पूरी तरह चुका दिया है। एनजीटी ने आर्ट आफ लिविंग पर 5 करोड़ का हर्जाना लगाया था। इसमें से 25 लाख की रकम आर्ट आफ लिविंग ने 11 मार्च को कार्यक्रम से ठीक पहले अदा की थी। बाकी का जुर्माना पौने पांच करोड़ डीडीए को दे दिया गया है।
मोदी की कतर यात्रा: संबंध होंगे और प्रगाढ़, हुए 7 अहम समझौते

मोदी की कतर यात्रा: संबंध होंगे और प्रगाढ़, हुए 7 अहम समझौते

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों की अपनी यात्रा के दुसरे पड़ाव कतर में हैं। दोनों प्रमुखों के बीच आधिकारिक मुलाकात में व्यापक मुद्दों पर चर्चा के बाद संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए सात महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इससे पहले पीएम ने कतर के प्रमुख उद्योगपतियों से मुलकात के दौरान भारत में निवेश के लिए उद्योग जगत का आह्वान किया।
भारत अब विकासशील देश नहीं रहा, श्रीलंका और पाक की बराबरी पर आया

भारत अब विकासशील देश नहीं रहा, श्रीलंका और पाक की बराबरी पर आया

विश्व बैंक ने अपनी विशिष्ट रिपोर्ट में भारत के लिए ‘विकासशील देश’ शब्द का उपयोग करना बंद कर दिया है और इसे ‘निम्न-मध्य-आय’ अर्थव्यवस्था की श्रेणी में रखा है। पाकिस्तान और श्रीलंका भी निम्न-मध्य-आय अर्थव्यवस्था वाले देश हैं।
राजन के सेवा विस्तार मुद्दे पर ऑनलाइन चर्चा भी गर्म

राजन के सेवा विस्तार मुद्दे पर ऑनलाइन चर्चा भी गर्म

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन के सेवा विस्तार पर राजनीतिक और उद्योग जगत में जारी चर्चा के बीच अब यह मामला इंटरनेट पर भी मामला गरमा गया है। इस समय सोशल मीडिया में कम से कम सात ऑनलाइन अपीलें राजन के विस्तार के समर्थन में घूम रही हैं। इन अपीलों पर अब तक 60,000 से अधिक हस्ताक्षर हो चुके हैं।
मुहम्‍मद अली पार्किन्‍संस से नहीं जीत सके, 74 साल की उम्र में अमेरिका में निधन

मुहम्‍मद अली पार्किन्‍संस से नहीं जीत सके, 74 साल की उम्र में अमेरिका में निधन

अपने जीवन में 61 फाइटिंग में से सिर्फ पांच में हारने वाले जाने माने मुक्‍केबाज 'द ग्रेट' मोहम्मद अली जिंदगी की जंग में पार्किन्‍संस से हार गए। 74 साल के अली सांस की तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती थे। उनका अमेरिका के लास एंजिल्‍स में निधन हो गया। अली को पार्किनसन की बीमारी की वजह से सांस लेने में काफी दिक्‍कत हो रही थी।
अलविदा मुहम्‍मद अली :  पूरे कैरियर में सहे 29000 मुक्के, कमाए 5.7 करोड़ डॉलर

अलविदा मुहम्‍मद अली : पूरे कैरियर में सहे 29000 मुक्के, कमाए 5.7 करोड़ डॉलर

दुनिया में मुक्‍केबाजी के पर्याय मुहम्‍मद अली ने एक बार गणना की थी कि उन्होंने अपने पेशेवर करियर में 29,000 मुक्के सहे और पांच करोड़ 70 लाख डालर की कमाई की। उनके मुक्के दमदार होते थे और अपनी तेजी की वजह से प्रतिद्वंद्वी को हतप्रभ करने में माहिर भी थे। इस हैवीवेट चैंपियन ने अपने मुक्‍कों से दुनिया को रोमांचित करने का वादा किया और फिर वह इसमें सफल भी रहे। यहां तक कि मुक्के खाने की वजह से उन्‍हें पार्किन्‍संस हो गया था। वह इस वजह से बमुश्किल बात कर पाते थे तब भी वह लोगों को प्रभावित करते थे।
पढ़ने की ऐसी ललक : 96 साल की उम्र में बने ग्रेजुएट

पढ़ने की ऐसी ललक : 96 साल की उम्र में बने ग्रेजुएट

विश्वविद्यालय से चीनी मिट्टी कला में स्नातक करने के साथ ही जापान के 96 वर्षीय एक व्यक्ति विश्व के सबसे अधिक उम्र में स्नातक करने वाले व्यक्ति बन गये हैं।
हर्षमंदर की नजर में मोदी के राज में काम कम, बखान ज्यादा हुआ

हर्षमंदर की नजर में मोदी के राज में काम कम, बखान ज्यादा हुआ

सामाजिक कार्यकर्ता हर्षमंदर की नजर में पीएम नरेंद्र मोदी के दो साल के शासन में देश में काम कम और उसका बखान ज्‍यादा हुआ है। आईएएस अधिकारी रहे हर्षमंदर ने कहा कि आज के भारत में दो साल पहले के मुकाबले विषमताएं ज्‍यादा बढ़ी हैं। आर्थिक और सामाजिक अलगाव का यहां अब बोलबाला है।
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