आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में मंगलवार तड़के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 64 पर एक डिवाइडर से हैदराबाद जा रही एक बस के टकरा कर एक नहर में गिर जाने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गयी और 30 लोग घायल हो गये।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है कि बलात्कारियों को पहले जमकर पीटना चाहिए बाद में उनके घावों पर नमक और मिर्च रगड़ना चाहिए। बलात्कारियों पर एक आम आदमी अगर इस तरह की कठोर प्रतिक्रिया देता तो आवेशवश इसे एक हद तक सही समझा जा सकता था पर ऊंचे संवैधानिक पद पर बैठे एक मंत्री का ऐसा बयान देश के कानून पर सवारी कर रहा है।
कानपुर रेल हादसे के मुख्य संदिग्धों में से एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट शमशुल हुदा को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया गया। हुदा को दुबई प्रत्यर्पित किया गया था। यह हादसा गत वर्ष नवंबर माह में हुआ था। नेपाल पुलिस के एक विशेष दल ने शमशुल हुडा को तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया।
झारखंड के गोड्डा जिले में कोयला खदान के धंसने की वजह से अंदर फंसे 7 लोगों के शव निकाले गए हैं। इस हादसे में 35 डंपर गाड़ियों और उसमें सवार 40 से ज्यादा मजदूरों के अब भी खदान में फंसे होने की आशंका है। इन मजदूरों को निकालने की कोशिशें जारी हैं और बचाव कार्य में मदद के लिए पटना से एनडीआरएफ की चार टीमों के साथ रांची से भी एक टीम घटना स्थल पर पहुंच रही है।
पुणे के कोंढवा इलाके में बेकरी की एक दुकान में शुक्रवार तड़के आग लगने से छह लोगों की मौत हो गई। पीड़ित उत्तर प्रदेश के निवासी थे जो बेकरी के अंदर अटारी में सोते थे। बेक्स एंड केक्स नामक बेकरी के तीन साझेदार हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक मामले की सुनवाई करते हुए व्यवस्था दी है कि बलात्कार के कारण जन्म लेने वाला बच्चा उसकी मां को मिले किसी भी तरह के मुआवजे से अलग मुआवजे का हकदार है।
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स (पीआईए) का एक विमान खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के छावनी शहर एबटाबाद के करीब एक पहाड़ी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान 47 यात्रियों को लेकर राजधानी इस्लामाबाद जा रहा था। खबरों के अनुसार विमान में 3 विदेशी समेत 47 यात्री सवार थे।
बाॅलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने कहा है कि महिलाओं को चुपचाप अत्याचारों को सहन करने के बजाय उनके खिलाफ होने वाले वैवाहिक बलात्कार एवं अन्य तरह के अपराध जैसे मुद्दों पर निश्चित तौर पर आवाज उठानी चाहिए। अभिनेत्राी का कहना है कि कभी कभी यहां तक कि शिक्षित महिलाएं भी सामाजिक नियम कायदों के दबाव में घुटती रहती हैं और एेसे मुद्दों पर खामोशी ओढ़ लेती हैं, लेकिन एेसे मामलों में उन्हें आवाज उठानी चाहिए।