अभिनेता रणबीर कपूर की हालिया फिल्में भले ही बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई हों लेकिन बॉलीवुड अभिनेत्री और उनकी कथित प्रेमिका कटरीना कैफ का कहना है, समर्पित, जोशीले और केंद्रित अभिनेता निश्चित रूप से अच्छी वापसी करेंगे।
नई फिल्म आने वाली है, तमाशा। निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर का कहना है कि यह ‘इम्तियाज मार्का फिल्म है।’ इस फिल्म में रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण हैं। तमाशा पूरी होने की पार्टी में जब उनसे छोटे भाई आदित्य रॉय कपूर के बारे में पूछ तो उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता आदित्य को मुझसे किसी सलाह की जरूरत है। वह खुद ही अपने करिअर को बेहतर ढंग से संभाल रहा है। अगर आप एक फिल्म पर लगभग एक साल लगाने जा रहे हैं तो वह अच्छी फिल्म के लिए ही होना चाहिए। ऐसे में फिल्मों के चयन को लेकर संजीदा होना अच्छा है।
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी के बीच तीखी जुबानी जंग अब केंद्र द्वारा ताकत आजमाइश तक उतर आई है। इसी के बरक्स वरिष्ठ भाजपा नेता राम नाथ कोविंद को बिहार का राज्यपाल नियुक्त करने की घोषणा की गई है। केंद्र के इस फैसले से नीतीश कुमार को निराशा है।
उत्तर प्रदेश में सरकार और राज्यपाल के बीच टकराव बढ़ गया है। ताजा टकराव लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर है। उतर प्रदेश सरकार ने कैबिनेट से प्रस्ताव पारित कराकर लोकायुक्त की नियुक्ति की जो फाइल राज्यपाल को भेजी थी। राज्यपाल ने उस फाइल को लौटा दिया।
1993 के मुंबई बम धमाकों में फांसी की सजा पाया आतंकी याकूब मेमन इस सजा से बचने के लिए हर संभव उपाय आजमा रहा है। मंगलवार को जहां उसने महाराष्ट्र के राज्यपाल विद्यासागर राव के सामने दया याचिका लगाई वहीं गुरुवार को एकबार फिर से उसने सुप्रीम कोर्ट में फांसी पर रोक लगाने की याचिका दायर की है।
राष्ट्रीय सहारा के नोएडा स्थित मुख्यालय पर बारिश के बावजूद छह महीने के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर धरना कायम है। इसके चलते शुक्रवार से राष्ट्रीय सहारा अखबार और बाद में टेलीविजन के कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर दिया है।
राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रगान में अधिनायक की जगह मंगल शब्द होना चाहिए क्योंकि अधिनायक शब्द में स्वतंत्रता पूर्व के समय के अंग्रेजी शासक का गुणगान किया गया है।
18 मई को हजारीबाग (बिहार) में जन्म। हिंदी में स्वर्ण पदक के साथ गोवा विश्वविद्यालय से एम ए। अनकही, तुम्हें छू लूं जरा, खारा पानी, कायान्तर (कहानी संग्रह)। औरत जो नदी है, साथ चलते हुए और इकबाल (उपन्यास)। तम्हारे लिए (कविता संग्रह)। आकाशवाणी से रचनाओं का नियमित प्रसारण। कहानियों के लिए युवाकथा सम्मान (सोनभद्र) 2012
ज्यादातर भारतीय फिल्म निर्देशक ‘पोस्ट इंटरवेल ब्लू’ यानी मध्यांतर के बाद फिल्म को झुला देने की आदत से पीड़ित रहते हैं। तो कुछ हद तक गुड्डू रंगीला के निर्देशक सुभाष कपूर भी इससे बच नहीं पाए हैं। लेकिन यदि खाप पंचायत के सामने लड़कियों की स्थिति पर एक शानदार तकरीर वाले दृश्य पर विचार किया जाए, आखिरी दृश्य में शोले स्टाइल की लड़ाई और इस तरह के दृश्यों को देखें तो लगता है कि भारतीय दर्शकों के लिए भी यह सब जरूरी है। आखिर बुरा आदमी लहूलुहान हो कर पिटे ही न, उससे परेशान दो लड़कियां हीरो स्टाइल में उसे गोली न मारे तो क्या मजा। आखिर यह मजा ही दर्शकों को सिनेमाघर में खींचता है।