दुनिया भर में हड़कंप मचाने वाले साइबर हमले के पीछे उत्तर कोरिया का हाथ होने की आशंका है। साइबर सुरक्षा से जुड़ी कंपनियां कह रही है कि रैंसमवेयर सायबर हमले के पीछे उत्तर कोरिया की साजिश हो सकती है।
भारत की दो महिला क्रिकेटरों ने अपनी उम्दा बल्ल्लेबाजी से इतिहास रच दिया है। महिला बल्लेबाज दीप्ति शर्मा और उनकी सलामी जोड़ीदार पूनम राउत ने दक्षिण अफ्रीका में आयरलैंड के खिलाफ 320 रन जोड़ते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहले विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। महिला क्रिकेट में ये पहला मौका था जब किसी जोड़ी ने 300 का आंकड़ा छुआ या पार किया।
पंजाब के गुरुदासपुर में सोमवार सुबह बीएसएफ ने एक पाकिस्तानी महिला घुसपैठिए को मार गिराया। रविवार को एक दिन पहले ही भारत-नेपाल बॉर्डर पर एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया गया था।
राष्ट्रीय शूटिंग टीम को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा। उनके हथियार यानी बंदूकों को अधिकारियों ने जब्त कर लिया गया।
देश में गोरक्षा के नाम पर हिंसा की हालिया घटनाओं को हवाला देते हुए प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बुधवार को कहा कि सरकार कानून बनाकर गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करे ताकि गोहत्या रोकने के बहाने की जाने वाली हिंसा पर रोक लग सके और समाज में भाईचारा एवं शांति बरकरार रहे।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार पर अंत: सरकारी चर्चाओं में विचार के लिए नई श्रेणियों का सूत्रपात करने का भारत ने विरोध किया है। भारत का कहना है कि संरा की इस संस्था में सदस्यता बढ़ाने के लिए पहले से ठुकराए जा चुके विकल्पों को नए प्रारूप में लाकर नए प्रस्ताव की तरह पेश करना अस्वीकार्य है।
चैंपियंस ट्राफी के लिए आखिरकार टीम इंडिया की घोषणा कर दी गई हैं। आईपीएल में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और गेंदबाज हरभजन सिंह को टीम में शामिल नहीं किया गया है। शिखर धवन और रोहित शर्मा बतौर सलामी बल्लेबाज शामिल किए गए हैं। अजिंक्य रहाणे ओपनिंग में बैक अप के रूप में टीम में रहेंगे। इस टूर्नामेंट के लिए सुरेश रैना का भी चयन नहीं हुआ है।
आईपीएल में दमदार प्रदर्शन की वजह रिषभ पंता, गौतम गंभीर, रोबिन उथप्पा, कुलदीप यादव, हरभजन सिंह, सुरेश रैना पर चयनकर्ताओं ने ध्यान दिया होगा, लेकिन इसके बाद भी कौन से मापदंड में ये खरे नहीं उतर पाए।
तुगलकाबाद कंटेनर डिपो में बायोकेमिकल के रिसाव ने एक बार फिर सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, जिस कंटेनर में यह हादसा हुआ, उस पर खतरनाक कैमिकल का लेबल भी चस्पा नहीं किया गया था। यह रिसाव ज्यादा होता तो भोपाल गैस कांड जैसा हादसा हो सकता था। इस लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार है, यह बड़ा सवाल है।