गुजरात में अब आरएसएस भाजपा को चुनावी आधार देने में जुट गया है। आरक्षण अधिकारों के लिए चल रहे पाटीदार, दलित व ओबीसी आंदोलनों के बीच सद्भावना बैठकों के जरिये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भाजपा के लिए सक्रिय हो गया है। संघ स्वदेशी पर जोर देते हुए अब प्रदेश में 700 बैठकें करने की तैयारी में है। इसी के साथ संघ ने देश में एकात्म मानववाद मॉडल लागू करने की घोषणा की है।
कुछ आर्थिक निर्णयों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंच ने ई-कॉमर्स, खाद्य प्रसंस्करण और विपणन क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का विरोध करने का निर्णय किया है।