बॉलीवुड में मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से मशहूर आमिर खान ने आज अपने 52वें जन्मदिन पर कहा कि वह राजनीति में कभी नहीं आएंगे, लेकिन जरूरी मुद्दों पर अपनी राय हमेशा रखते रहेंगे।
भारत और ऑस्ट्रेेलिया के बीच गुरुवार से चार टेस्ट मैचों की सीरिज का आगाज हो रहा है। विराट कोहली के पास इस सीरिज में एक अनोखा रिकार्ड बनाने का मौका रहेगा। सचिन तेंदुलकर पूरे 200 टेस्ट मैचों के करियर में जो नहीं कर पाए थे वह विराट कोहली महज 58 टेस्ट में कर सकते हैं।
क्रिकेट की दुनिया में भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर पर बन रही फिल्म सचिन ए बिलियन ड्रीम्स रिलीज की तैयारी में है। सचिन तेंदुलकर ने खुद ट्वीट कर कहा है कि यह फिल्म 26 मई 2017 को रिलीज होगी।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर पर अपने काम में दिलचस्पी नहीं लेने का अरोप लगाते हुए कहा कि इतना अहम पद ऐसे व्यक्ति के सुपुर्द करना उचित नहीं है।
धर्मशाला अंतरराष्टीय फिल्मोत्सव (डीआईएफएफ) ने कल स्थानीय जिला कारागार में एक फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की। जेल के कैदियों और कर्मचारियों के लिए विशेष तौर पर फिल्म वेन हरि गाट मैरिड की स्क्रीनिंग की गयी।
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज एकदिवसीय अंतरराष्टीय क्रिकेट में सर्वाधिक छक्के जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गये हैं। इसके साथ ही उन्होंने क्रिकेट के इस प्रारूप में 9000 रन भी पूरे किये। धोनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान अपना तीसरा छक्का जड़ने के साथ सचिन तेंदुलकर के भारत की तरफ से 195 छक्कों के रिकार्ड को तोड़ा।
एक साथ तीन बार तलाक बोलने को लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि सरकार का विचार स्पष्ट है कि पर्सनल लॉ संविधान के दायरे में हों और उन्हें लैंगिक समानता एवं सम्मानपूर्वक जीवन जीने के अधिकार के नियमों के अनुरूप होना चाहिए।
अध्यक्ष अनुराग ठाकुर का उच्चतम न्यायालय में दिया जाने वाला हलफनामा कल नई दिल्ली में बीसीसीआई की मान्यता प्राप्त इकाइयों की विशेष आम बैठक (एसजीएम) में चर्चा का केंद्र होगा जिसमें लोढा समिति के सुधारवादी कदमों को लागू किए जाने पर चर्चा होगी। एसजीएम में जिन मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जा सकती है उसमें एक राज्य एक मत की सिफारिश और तीन साल के ब्रेक के साथ तीन साल के कार्यकाल का मुद्दा शामिल है।
अमिताभ बच्चन के बारे में अब क्या कहा जाए, समझ में नहीं आता। जैसे-जैसे वह उम्रदराज हो रहे हैं। उनमें एक नई आभा दिख रही है। शायद यह उनके अथक और अनवरत परिश्रम का नतीजा है। लिहाजा अगर हम कहें कि चलते रहने का नाम अमिताभ है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।