Advertisement

Search Result : "Roelant Oltmans Rio Olympic चैम्पियंस ट्राफी"

आेलंपिक : अब टोक्‍यो में मिलेंगे, भारत 67 वें स्‍थान पर, अमेरिका को 121 पदक

आेलंपिक : अब टोक्‍यो में मिलेंगे, भारत 67 वें स्‍थान पर, अमेरिका को 121 पदक

ब्राजील के रियो में 31 वें आेलंपिक खेलों का रंगारंग समापन हुआ। समारोह ऐतिहासिक मारकाना स्टेडियम में हुआ। भारत एक कांस्य और एक रजत पदक के साथ 67वें स्थान पर रहा, जबकि सबसे अधि‍क 121 पदक के साथ अमेरिका शीर्ष पर रहा।
मैं वहां मर सकती थी: जैशा

मैं वहां मर सकती थी: जैशा

भारतीय खिलाड़ी ओपी जैशा ने रियो ओलंपिक में महिला मैराथन स्पर्धा को याद करते हुए कहा कि मैं वहां मर सकती थी क्योंकि उन्हें अधिकारियों द्वारा पानी और एनर्जी डिंक मुहैया नहीं कराया गया जबकि भारत को निर्धारित स्टेशन दिये गये थे।
योगेश्‍वर का मुकाबला आज, कांस्‍य-रजत के बाद क्‍या देश को मिलेगी सुनहरी कामयाबी

योगेश्‍वर का मुकाबला आज, कांस्‍य-रजत के बाद क्‍या देश को मिलेगी सुनहरी कामयाबी

रियो ओलंपिक में भारत को अभी तक कांस्‍य और रजत की कामयाबी हासिल हुई है। पहलवान योगेश्‍वर दत्‍त रविवार शाम को क्‍या देश को सुनहरी कामयाबी दिला पाएंगे। इस पर समूचे देश की निगाहें टिकी हुई हैं।
योगेश्‍वर हारे : आखिरी उम्‍मीद टूटी, भारत को महिला शक्ति से मिले दो पदक

योगेश्‍वर हारे : आखिरी उम्‍मीद टूटी, भारत को महिला शक्ति से मिले दो पदक

रियो में भारत की आखिरी उम्मीद पहलवान योगेश्वर दत्त से थी, जिनका मुकाबला 65 किग्रा भारवर्ग के क्वालिफाइंग राउंड में मंगोलिया के पहलवान मंदाखनारन गैंजोरिग से हुआ और गैंजोरिंग ने उन्हें 0-3 से हरा दिया। इस तरह रियो में भारत की आखिरी उम्‍मीद टूट गई। देश को ओलंपिक में दो पदक महिला शक्ति की वजह से मिले।
रियो ओलंपिक से वापस लौटीं दीपा, एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

रियो ओलंपिक से वापस लौटीं दीपा, एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

रियो ओलंपिक के जिमनास्टिक स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर शनिवार को भारत लौट आईं। स्वदेश पहुंचने पर एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। दीपा ने वादा किया कि अगले ओलंपिक खेलों में वह जरूर पदक लेकर लौटेंगी।
रजत पदक से खुश हूं, अपना सब कुछ झोंक दिया : सिंधु

रजत पदक से खुश हूं, अपना सब कुछ झोंक दिया : सिंधु

पीवी सिंधु बैडमिंटन में महिलाओं की एकल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि देश को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया था।
‘गुनहगार जेल में होता तो फैसला नरसिंह के पक्ष में आ सकता था’

‘गुनहगार जेल में होता तो फैसला नरसिंह के पक्ष में आ सकता था’

खेल पंचाट की समिति पूछ रही थी कि भारतीय कानून के तहत अभी तक दोषियों को सजा क्यों नहीं दी गई। यह सिर्फ गिरफ्तारी की बात नहीं थी बल्कि वे जानना चाहते थे कि क्या दोषी को किसी तरह की सजा मिली है। यदि आज गुनहगार जेल में होता तो फैसला हमारे पक्ष में आ सकता था।
नरसिंह ने कहा, बेगुनाही साबित करूंगा

नरसिंह ने कहा, बेगुनाही साबित करूंगा

खेल पंचाट के फैसले के बाद रियो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने का पहलवान नरसिंह यादव सपना टूट गया लेकिन उन्होंने आज कहा कि वह अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
मेडल चाहिए तो लड़कियों को आगे लाना होगा

मेडल चाहिए तो लड़कियों को आगे लाना होगा

आेलंपिक मेंं अगर मेडल लाना है तो लड़कियों को आगे लाना होगा। 98 देशों पर हुए वैश्विक अध्‍ययन के बाद निष्‍कर्ष आया है कि जिन देशों में लैंगिक समानता है वहां की लड़कियों ने ओलंपिक में ज्‍यादा से ज्‍यादा पदक बटाेेरे हैं।
नरसिंह का ओलंपिक खेलने का सपना टूटा, चार साल का प्रतिबंध

नरसिंह का ओलंपिक खेलने का सपना टूटा, चार साल का प्रतिबंध

भारतीय पहलवान नरसिंह यादव की किस्मत ने अचानक से फिर पलटी खाई और खेल पंचाट ने राष्‍ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी द्वारा उन्हें दी गई क्लीन चिट को खारिज करते हुए उन्‍ह‍ें ओलंपिक से बाहर करने के साथ डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण उन पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया। विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी : वाडा : ने नाडा द्वारा नरसिंह को दी गई क्लीन चिट के खिलाफ खेल पंचाट में अपील की थी।