हिंदी और डोगरी भाषा की जानी-मानी लेखिका पद्मा सचदेव का निधन हिंदी और डोगरी की जानी-मानी लेखिका पद्मा सचदेव का आज सुबह मुंबई में निधन हो गया। वह 81 वर्ष की थी।... AUG 04 , 2021
क्या हिंदी-पट्टी में भी चल पाएगा 'मां, माटी, मानुष' का मंतर? दीदी के सामने ये हैं चुनौतियां पश्चिम बंगाल जीतने के बाद अब लगता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नजर राष्ट्रीय राजनीति पर टिकी है।... JUL 28 , 2021
बेलगाम धोखाधड़ी “2014-19 के बीच 38 लोग फ्रॉड करके देश छोड़ गए, इससे कई सवाल खड़े होते हैं” भारत का बैंकिंग क्षेत्र पिछले... JUL 14 , 2021
संघीय संरचना और कोविड प्रबंधन भारत में कोविड 19 की टीकाकारण नीति इतिहास में दर्ज हो रही है क्योंकि इस अदूरदर्शी नीति के कारण भारत की... JUL 12 , 2021
मी लॉर्ड, हम कुछ कहेंगे स्टेन स्वामी की मृत्यु के बाद कुछ भी लिखने-कहने की फूहड़ता से बचने की बहुत कोशिश की मैंने। मुझे लगता... JUL 10 , 2021
गलवन टकराव वर्षगांठ: गफलतों से सीखने का वक्त “गलवन घाटी में हुई गफलतों के सबक अल्पकालिक राजनैतिक फायदे की खातिर दफन करना मुनासिब नहीं” लद्दाख... JUN 29 , 2021
संपादक की कलम से: किसका दुखड़ा रोऊं! “इंसाफ के बहाने कामयाब बिक्री का कारनामा सुशांत की गर्ल फ्रेंड रिया चक्रवर्ती को मुख्य संदिग्ध... JUN 27 , 2021
आपातकाल एक काला अध्याय अभिव्यक्ति की आज़ादी एक बहुचर्चित विषय है और 25 जून का दिन इस बारे चिंतन करने का एक महत्वपूर्ण दिन है। 25... JUN 25 , 2021
सलाह देने का दोहरापन: "सेवानिवृत्त बाबुओं की सुविधावादी क्रांति" वो खुद को ऐसा दर्शाते हैं कि वो इस देश की अंतरात्मा के रखवाले हैं पर अधिकांश लोग उन्हें स्वयं नियुक्त... JUN 19 , 2021
" संकट और सकारात्मक सोच" कोरोना जैसी महामारी के बीच मैं इससे संबंधित विभिन्न विशेषज्ञों के विचारों को लगातार सुनने और समझने का... MAY 23 , 2021