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‘अगर गाय से प्रेम है तो उसे राष्ट्रीय पशु घोषित कर दीजिए’

‘अगर गाय से प्रेम है तो उसे राष्ट्रीय पशु घोषित कर दीजिए’

पिछले दिनों केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी किया। इसके तहत गाय, बैल, सांड, बधिया बैल, बछड़े, बछिया, भैंस और ऊंट की मांस के लिए खरीद-फरोख्त पर पाबंदी लगाई गई है। इस पर कई राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई है।
कस्‍टम शुल्‍क नहीं चुकाया तो नेशनल शूटिंग टीम की बंदूकें जब्‍त, बिंद्रा भड़के

कस्‍टम शुल्‍क नहीं चुकाया तो नेशनल शूटिंग टीम की बंदूकें जब्‍त, बिंद्रा भड़के

राष्ट्रीय शूटिंग टीम को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा। उनके हथियार यानी बंदूकों को अधिकारियों ने जब्त कर लिया गया।
मौलाना अरशद मदनी की मांग, गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करे सरकार

मौलाना अरशद मदनी की मांग, गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करे सरकार

देश में गोरक्षा के नाम पर हिंसा की हालिया घटनाओं को हवाला देते हुए प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बुधवार को कहा कि सरकार कानून बनाकर गाय को राष्‍ट्रीय पशु घोषित करे ताकि गोहत्या रोकने के बहाने की जाने वाली हिंसा पर रोक लग सके और समाज में भाईचारा एवं शांति बरकरार रहे।
भारत में 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य के लायक नहीं

भारत में 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य के लायक नहीं

एक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि भारत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके निकलने वाले 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य करने लायक नहीं होते हैं। सर्वेक्षण देश के आईटी व डेटा विज्ञान परिदृश्य में प्रतिभाओं की भारी कमी की ओर संकेत करता है।
मानसून सत्र में पेश होगा खेल विधेयक: गोयल

मानसून सत्र में पेश होगा खेल विधेयक: गोयल

काफी समय से लंबित पड़ा राष्ट्रीय खेल विकास विधेयक मानसून सत्र में संसद में पेश होगा और खेलमंत्री विजय गोयल ने चेताया है कि इसका पालन नहीं करने पर राष्ट्रीय खेल महासंघों को सरकार से कुछ नहीं मिलेगा।
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान, आजादी के बाद मोदी सबसे लोकप्रिय नेता

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान, आजादी के बाद मोदी सबसे लोकप्रिय नेता

भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन कल्याणकारी नीतियों को क्रांतिकारी करार देते हुए लोगों से 2019 में उनकी सत्ता में वापसी सुनिश्चित करने की अपील की है।
अवार्ड से मिलता है प्रोत्साहन : प्रियंका चोपड़ा

अवार्ड से मिलता है प्रोत्साहन : प्रियंका चोपड़ा

अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की होम प्रोडक्शन की पहली मराठी फिल्म वेंटिलेटर का चयन तीन राष्ट्रीय अवार्ड के लिए किया गया है। अभिनेत्री ने कहा कि इस तरह का सम्मान प्रोत्साहित करता है लेकिन वह यह तय नहीं कर सकता है कि भविष्य में वह कैसी फिल्में करेंगी।
राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार: अक्षय कुमार 'रुस्‍तम' के लिए 'बेस्‍ट एक्‍टर' चुने गए

राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार: अक्षय कुमार 'रुस्‍तम' के लिए 'बेस्‍ट एक्‍टर' चुने गए

अभिनेता अक्षय कुमार को फिल्‍म 'रुस्‍तम' के लिए इस साल के 'बेस्‍ट एक्‍टर' के राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार के लिए चुना गया है। सोनम कपूर की फिल्‍म 'नीरजा' को 'बेस्‍ट हिंदी फिल्‍म' चुना गया है। पिछले साल सबसे ज्‍यादा कमाई करने वाली फिल्‍म 'दंगल' में नन्‍हीं बबीता का किरदार निभाने वाली कश्‍मीरी अदाकारा जायरा वसीम को 'बेस्‍ट सपोर्टिंग एक्‍ट्रेस' के लिए चुना गया है। अमिताभ बच्‍चन, तापसी पन्‍नू अभिनीत फिल्‍म 'पिंक' को सामाजिक विषयों पर सर्वेश्रेष्‍ठ फिल्‍म की श्रेणी में चुना गया है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य संगठन 7 अप्रैल को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाता है। ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ के मौके पर अगर हम विभिन्न देशों के विकास, रहन-सहन और सेहत पर कोई टिप्पणी करें तो उसमें हमें मलावी की रंजकहीनता पर जरुर कुछ जानने की जरुरत है। कैसे यह देश रंजकहीनता की त्रासदी झेल रहा है। विकास के ढेकेदार आधुनिकता के लाख दावे कर लें पर अभी भी इस जहां में कितने लोग ऐसे हैं जो एक सामान्य जीवन को पाने को तरस रहे हैं। पिछले कई सालों में देश-विदेश हर जगह कई ऐसी बीमारियों के बारे में सुनने को मिला, जिसका नाम हमने पहले कभी नहीं सुना था जैसे इबोला, चिकनगुनिया, बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू आदि। इन बीमारियों ने देश-विदेश हर जगह लोगों के बीच अपना पांव पसार लिया है। इन बीमारियों से ग्रसित लोगों की परेशानियों और मृत्यु दर के आंकड़ों को देखकर यह अनुमान लगाया गया कि ये रोग कितने घातक साबित हो रहे हैं। ऐसी बीमारियों से पीड़ित लोग इनके बारे में पूरी जानकारी न होने के कारण या फिर गलत इलाज होने के कारण अपनी जान गंवा बैठते हैं। ऐसा कहा जाना गलत न होगा कि कुछ देशों की खुशहाली पूरे दुनिया की रौनक नहीं कही जा सकती। आज भी कहीं-कहीं मानव समाज में गरीबी, भूख, कुपोषण का घनघोर अंधेरा व्याप्त है। इसी बानगी में आप मलावी की रंजकहीनता को जानेंगे तो आपको निराशा होगी।