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देवेन्द्र फणनवीस पहुंचे छठ पूजा में

देवेन्द्र फणनवीस पहुंचे छठ पूजा में

मुंबई में हमेशा से ही बिहार के लोगों का विरोध होता रहा है। बिहार और पूर्वांचल के लोगों को बाहर निकालने के लिए वहां कई बार प्रदर्शन भी होते हैं। मौजूदा सरकार में सहयोगी शिवसेना इन विरोधों को न सिर्फ हवा देती है बल्कि अगुआई भी करती है। ऐसे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस का छठ पूजा में जाना कई संदेश देता है।
बंगाल : दुर्गा पूजा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी प्रतिमा

बंगाल : दुर्गा पूजा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी प्रतिमा

पश्चिम बंगाल में इस समय दुर्गा पूजा की हर जगह धूम है। इस दौरान पूरे प्रदेश में जगह-जगह पर दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। सभी पंडालों में भक्‍तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। भबानीपुर की दुर्गा प्रतिमा इनमें से आकर्षण का एक बड़ा केंद्र है।
अदानी-अंबानी केे लिए सरदार सरोवर का जलस्‍तर बढ़ाया, नर्मदा 'वेश्‍या' हो गई : मेधा

अदानी-अंबानी केे लिए सरदार सरोवर का जलस्‍तर बढ़ाया, नर्मदा 'वेश्‍या' हो गई : मेधा

नर्मदा बचाओ आंदोलन की मुख्‍य कर्ता पर्यावरणविद मेधा पाटकर ने कहा है कि गुजरात में अदानी व अंबानी की कंपनियों को पानी देने के लिए सरदार सरोवर बांध का जलस्तर बढ़ाया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों को इस बात की चिंता नहीं है कि इससे कितने गांव और परिवार डूबने वाले हैं। नर्मदा नदी के दोहन पर भी उन्‍होंने एक बड़ा बयान दिया है। मेधा ने कहा हैै कि कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए नर्मदा नदी को वेश्‍या बना दिया गया है।
सरदार सरोवर : फर्जी आंकड़ों की वजह से डूब जाएंगे 51 गांव

सरदार सरोवर : फर्जी आंकड़ों की वजह से डूब जाएंगे 51 गांव

नर्मदा किनारे बसे कसरावद के सुंदर गांव बसे हैं। जल्द ही ये गांव नर्मदा मैया की गोद में समा जाएंगे। सरदार सरोवर बांध के पास बने इन गांवों को सदियों से नर्मदा सींचती और जीवन देती आई है। सन 2001 में सरकार की ओर से सर्वे में कहा गया था, यदि बांध की ऊंचाई बढ़ाई गई तो 360 घर प्रभावित होंगे। लेकिन 2008 में हुए एक और सर्वे में कहा गया था कि 364 में से केवल 25 घर प्रभावित होंगे। सर्वे के इन तथ्यों की छेड़छाड़ पर आरटीआई के तहत कुछ जानकारियां बाहर आई हैं।
सिंहस्थ में क्षिप्रा को जीवन दे रही नर्मदा

सिंहस्थ में क्षिप्रा को जीवन दे रही नर्मदा

मध्यप्रदेश के शहर उज्जैन में 22 अप्रैल से सिंहस्थ मेला शुरू हो रहा है। धार्मिक नगरी उज्जैन में क्षिप्रा नदी बहती है जिसमें श्रद्धालु डुबकी लगाते हैं। यह अलग बात है कि क्षिप्रा में पानी की कमी के चलते इसमें नर्मदा का जल मिलाया गया है।