सुप्रीम कोर्ट ने आज कोलकाता में सरकारी अस्पताल द्वारा गठित डॉक्टरों के बोर्ड को 4 मई को कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति सी एस कर्णन की मेडिकल जांच करने का आदेश दिया।
दिल्ली के एक स्कूल द्वारा एक रेप पीड़ित छात्रा को एडमिशन नहीं देने का मामला सामने आया है। छात्रा के परिजनों ने स्कूल पर आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को प्रवेश देने से स्कूल ने इंकार कर दिया है।
मिट्टी घोटाला मामले में लालू यादव को क्लीन चिट मिल गई है। बिहार सरकार ने कहा है कि ऐसा कोई घोटाला हुआ ही नहीं है। जिस मिट्टी घोटाले को लेकर बीजेपी बिहार सरकार पर ताबड़तोड़ हमले कर रही थे उस घोटाले को नकारते हुए सरकार ने लालू यादव को क्लीन चिट दे दी है।
जीटीबी अस्पताल परिसर में चल रहे यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस (यूसीएमएस) ने रैगिंग मामले में एमबीबीएस के पांच छात्रों को एक महीने के लिए कक्षा से और छह महीने के लिए हॉस्टल से निकाल दिया है। साथ ही उन पर पांच हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने इसे रैगिंग की बजाय अनुशासनहीनता माना है।
सोनीपत में सफाई के लिए सीवर में उतरे तीन मजदूरों की सोमवार को मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि समय पर चिकित्सा नहीं मिलने की वजह से मौत हुई। आक्रोशित परिजनों ने हादसे के बाद नेशनल हाइवे को जाम कर दिया।
मुम्बई की एक विशेष सीबीआई अदालत ने हर्षद मेहता से जुड़े प्रतिभूति घोटाले में 25 साल बाद एक मामले में चार पूर्व बैंक अधिकारियों को मुजरिम करार दिया और उन्हें तीन-तीन साल की कैद की सजा सुनायी है।
यह बसपा प्रमुख मायावती के राज में हुआ ऐसा कथित घोटाला है, जिसे लोग पहले दिन से ही घोटाला मानते हैं। लेकिन साबित आज तक नहीं हो पाया। इस मामले में मायावती के साथ-साथ अखिलेश यादव पर भी शिकंजा कसना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
पर्याप्त शिक्षकों और सुविधाओं के बगैर इंजीनियरों की खेप तैयार करने वाले इंजीनियरिंग कॉलेजों के अब बुरे दिन आ सकते हैं। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने कहा है कि जिन इंजीनियरिंग काॅलेजों में शिक्षकों की संख्या तय मानकों से कम हैैै, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थी कावेश कुमार ने इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) में दाखिला न मिलने के कारण एक पत्र के जरिये मीडिया से मदद की गुहार लगाई है। कावेश कुमार के भाई विकेश कुमार ने बताया कि वह अपने पत्र के जरिये अपनी परेशानियों को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक पहुंचाना चाहते हैं ताकि वह उनकी मदद कर सकें।