ओलंपिक पदक से केवल एक जीत दूर सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने कहा कि उन्हें अपना सेमीफाइनल मैच खेलते समय अपने जज्बात पर काबू रखकर नये सिरे से शुरूआत करनी होगी।
प्री क्वार्टर फाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वी पर दमदार जीत दर्ज करने के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण ने कहा कि रियो ओलंपिक में उन्हें स्वर्ण से कम पर संतोष नहीं होगा। विकास ने तुर्की के ओंडेर सिपल को 75 किलो मिडिलवेट मुकाबले में 3-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
सिंगापुर के जोसेफ स्कूलिंग ने 100 मीटर बटरफ्लाय तैराकी में तरणताल के शहंशाह माइकल फेल्प्स को हराकर बड़ा उलटफेर करने के साथ ही अपने देश को ओलंपिक में पहला स्वर्ण पदक दिलाया।
सेरेना विलियम्स का पांचवां ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने का सपना यूक्रेन की एलिना स्वितोलिना ने तोड़ दिया। सेरेना की हार से रियो ओलंपिक में महिला टेनिस खिताब के लिये अब खुला मुकाबला हो गया है। शीर्ष वरीयता प्राप्त और गत चैम्पियन सेरेना कंधे की चोट के कारण जूझती नजर आई। उसे 13 साल जूनियर खिलाड़ी ने 6 -4, 6-3 से हराया।
16 साल तक की भूख हड़ताल के बाद भी मणिपुर की लौह महिला इरोम शर्मिला की अच्छी सेहत का राज उनकी इच्छाशक्ति और योगाभ्यास है। इस भूख हड़ताल के दौरान उन्हें नाक से जबरन तरल भोजन दिया जाता था। शर्मिला के सहयोगियों और उनके परिवार के सदस्यों के अनुसार, शर्मिला ने 1998 में योग सीखा था। इसके दो साल बाद वह भूख हड़ताल पर बैठ गई थीं। यह भूख हड़ताल मंगलवार को खत्म हो गई।
मणिपुर की मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला ने 16 साल बाद मंगलवार को रोते हुए अपनी भूख हड़ताल खत्म की। इस अवसर पर बेहद भावुक इरोम ने कहा कि अब वह अपने संघर्ष की रणनीति में बदलाव करते हुए राजनीति में उतरना चाहती हैं।
मणिपुर से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (आफ्स्पा) हटाने के लिए पिछले 16 साल से संघर्षरत र्इरोम शर्मिला चानू ने मंगलवार को अपना अनशन तोड़ दिया। इंफाल की अदालत में इरोम द्वारा अनशन तोड़ने की सूचना देने के बाद उन्हें जमानत दे दी।
मणिपुर की लौह महिला इरोम चानू शर्मीला कल मंगलवार की सुबह अपना 16 साल से जारी उपवास तोड़ेंगी। सैन्य बल विशेषाधिकार कानून (अफस्पा) को खत्म करने की मांग को लेकर 16 साल पहले उन्होंने उपवास शुरू किया था।
भारतीय टीम 31वें ओलंपिक खेलों के शुरूआती दिन ही निशानेबाज जीतू राय से पदक की उम्मीद लगाये होगी जबकि पुरूष हाकी टीम अपनी स्वर्णिम प्रतिष्ठा दोबारा हासिल करने की मुहिम में अपना अभियान शुरू करेगी। उनतीस वर्षीय जीतू ओलंपिक शूटिंग सेंटर के जब अपनी पसंदीदा 10 मी एयर पिस्टल स्पर्धा में अपनी पिस्टल उठायेंगे तो वह सभी के आकर्षण का केंद्र होंगे।