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Search Result : "Kiran Kher gets blood cancer"

भाई-भतीजावाद पर चर्चा नहीं कर सकता : अनुपम खेर

भाई-भतीजावाद पर चर्चा नहीं कर सकता : अनुपम खेर

जाने-माने अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि वह भार्ई-भतीजावाद से जुड़ी बहस पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं क्योंकि ऐसा करने पर यह संदेश जाएगा कि वह या तो करण जौहर का पक्ष ले रहे हैं या फिर कंगना रनौत का।
किसी भी बीमारी से निपटने का सबसे अहम पहलू ज्ञान है:  बिग बी

किसी भी बीमारी से निपटने का सबसे अहम पहलू ज्ञान है: बिग बी

बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन का कहना है कि महिलाओें को स्तन कैंसर को लेकर शर्मिंदगी महसूस नहीं करनी चाहिए और उसे अन्य किसी रोग के तौर पर ही लेना चाहिए।
निगम चुनाव में मौजूदा पार्षदों को नहीं उतारेगी भाजपा, सारे चेहरे होंगे नये

निगम चुनाव में मौजूदा पार्षदों को नहीं उतारेगी भाजपा, सारे चेहरे होंगे नये

आगामी नगर निगम चुनावों में नयी जान फूंकने के लिए दिल्ली भाजपा ने अपने सभी वर्तमान पार्षदों को उम्मीदवार नहीं बनाने का फैसला किया है।
विराट का विश्वास अहम था क्योंकि मैं रिटायर हो सकता था : युवराज

विराट का विश्वास अहम था क्योंकि मैं रिटायर हो सकता था : युवराज

कैंसर से संघर्ष के बाद युवराज सिंह ने एक समय क्रिकेट को अलविदा कहने के बारे में सोचा था लेकिन कप्तान विराट कोहली के विश्वास ने उसे ऐसा करने से रोका और उस विश्वास पर खरा उतरना इस धाकड़ बल्लेबाज के लिये लाजमी था।
हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं : पीएम मोदी

हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं : पीएम मोदी

प्रवासी भारतीय सम्‍मेलन में‍ हिस्‍सा लेने बेंगलुरु पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने संबोधन में कहा कि विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा हमारी टॉप प्रायोरिटी है। हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं।
हर वर्ष स्तन कैंसर के एक लाख नए मामले

हर वर्ष स्तन कैंसर के एक लाख नए मामले

तनावपूर्ण और अनियमित जीवनशैली, बच्चों को स्तनपान नहीं करवाना, धूम्रपान और प्रदूषण महिलाओं में स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ाते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक देश में स्थिति पहले ही काफी खराब है। भारत में हर साल स्तन कैंसर के एक लाख नए मामले सामने आ रहे हैं और चिकित्सकों का मानना है कि बदलती जीवनशैली और कामकाज के तरीके ऐसे ही रहे तो ये मामले और बढ़ेंगे।
चढ़ाने के लिए नए खून जितना ही अच्छा है पुराना खून: अध्ययन

चढ़ाने के लिए नए खून जितना ही अच्छा है पुराना खून: अध्ययन

आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि मरीज को बचाने के लिए नया खून चढ़ाना बेहतर रहता है लेकिन एक नए अध्ययन में इस धारणा से विपरीत निष्कर्ष निकाले गए हैं। यह अध्ययन कहता है कि मरीजों को चढ़ाने के लिए नए खून का इस्तेमाल पुराने खून के इस्तेमाल की तुलना में मरीजों के बचने के मामलों की संख्या को बढ़ाता नहीं है। यह अध्ययन चार देशों के छह अस्पतालों में लगभग 31,500 मरीजों पर किया गया। इसमें दिखाया गया कि एकदम ताजा लिए गए खून को चढ़ाने से अस्पताल में मरने वाले मरीजों की संख्या में कमी नहीं आई।
फिल्म समीक्षा – मिर्जिया

फिल्म समीक्षा – मिर्जिया

राकेश ओम प्रकाश मेहरा थोड़े कनफ्यूज निर्देशक हैं। उनकी फिल्म रंग दे बसंती चली जरूरी थी, मगर उसमें भी बहुत कमियां थीं। भाग मिल्खा भाग तो फ्लाप ही थी। वह खुद ही नहीं समझ पाए थे कि मिल्खा को खिलाड़ी के तौर पर दिखाना है या व्यक्ति के तौर पर। अब आई है उनकी बहु प्रतीक्षित फिल्म मिर्जिया जिसे क्यों देखा जाए यह सोचना कठिन पहेली को सुलझाना है।
अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।