चाइना प्रोडक्ट डाउन-डाउन के कितने भी नारे लगा लो, लेकिन यह सच है कि हिंदी फिल्मों के लिए चीन नया बाजार बन कर उभरा है। दंगल की सफलता ने इसे साबित भी कर दिया है।
मध्यप्रदेश में आईएएस अफसर फेसबुक पर बार-बार विवादित पोस्ट कर सुर्खियों में आने में कोई कमी नहीं रख रहे है। अभी बड़वानी कलेक्टर रहे अजय गंगवार की एक फेसबुक पोस्ट पर हंगामा शांत भी नहीं हो पाया था कि एक और आईएएस अफसर का विवादित पोस्ट सामने आया है।
तारीख घोषित होते ही राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सक्रियता बढ़ गई है। भाजपा नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि लालकृष्ण आडवाणी इस पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार हैं. सोमवार को ही अमित शाह ने राष्ट्रपति उम्मीदवार पर सहमति बनाने के लिए तीन सदस्यों की एक समिति गठित की थी।
साउथ दिल्ली के बेरसराय में साथी महिला अधिकारी को स्विमिंग पूल में डूबने से बचाने के दौरान एक प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी की मौत हो गई है। अधिकारी अपने दोस्तों के साथ फॉरेन सर्विस इंस्टीट्यूट में आकर पार्टी कर रहा था। बताया जा रहा है कि पार्टी के दौरान अधिकारी ने शराब पी रखी थी।
कर्नाटक कॉडर के आईएएस अनुराग तिवारी की संदिग्ध मौत मामले की जांच सीबीआई करेगी। मामले में लापरवाही बरतने के लिए पीसीआर से तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे लालू प्रसाद यादव और दिल्ली के सीएम केजरीवाल को लेकर ट्वीट किया। जिस पर सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जिस लालू के बचाव में नीतीश नहीं उतरे उसके बचाव में भाजपा के 'शत्रु' कूद पड़े।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में कर्नाटक कैडर के आईएएस का शव मिला है। इस घटना के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है। आईएएस अनुराग तिवारी का शव मीराबाई गेस्ट हाउस के बाहर बरामद हुआ है।
याेेेगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरदबल करते हुए 84 आईएएस, 54 आईपीएस और 9 पीसीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। इनमें 38 जिलों के डीएम और 33 जिलों के पुलिस प्रमुख शामिल हैं। इससे पहले योगी सरकार करीब 60 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया था!
कुल ड्रेसेस, कूल डायलॉग, कूल फ्रेंड्रस। ऐसा लगता है कि कॉलेज मस्ती की कोई डॉक्यूमेंट्री चल रही है और बस दर्शक 146 मिनट खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। सब कुछ इतना कूल है कि फिल्म कोल्ड स्टोरेज से निकाली गई मालूम पड़ती है। नूर फिल्म की समीक्षा बस इतनी ही है। फिल्म है तो थोड़े बहुत ट्विस्ट एंड टर्न्स तो होंगे ही। निर्देशक ने अपने चरित्रों को स्थापित करने और कहानी समझाने में ही आधा वक्त बर्बाद कर दिया है। धीमी रफ्तार तो बस जान ही ले लेती है।