ए आर मुरुगादॉस की नई फिल्म अकीरा में सोनाक्षी सिन्हा को अक्षय कुमार स्टाइल की ढिशुम-ढिशुम करते देख कर अच्छा तो लगता है पर यदि कहानी में कुछ पेंच न होते तो बात ही क्या थी।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने भारत आने वाली विदेशी महिला पर्यटकों को ख़ुद की सुरक्षा के लिए छोटे कपड़े और स्कर्ट नहीं पहनने की सलाह दी है। उन्होंने इन महिलाओं को रात में अकेले बाहर नहीं निकलने की सलाह भी दी है।
निर्भया गैंगरेप केस में दोषी विनय शर्मा ने बुधवार देर रात तिहाड़ जेल में आत्महत्या की कोशिश की। ख़बर ये है कि उसने पहले कुछ दवाइयां खाईं और फिर गमछा गले में बांध कर फांसी लगाने की कोशिश की।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने अपने रवैये पर कायम रहते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि नरसिंह यादव पर डोपिंग के कारण चार साल का प्रतिबंध लगने के लिए साई और नाडा के कुछ जूनियर अधिकारी जिम्मेदार हैं।
पुडुचेरी में स्वच्छ मिशन में सहयोग न मिलने पर उप-राज्यपाल किरण बेदी ने पद छोड़ने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि मैं बतौर उप-राज्यपाल यहां पर एक मिशन के तहत आई हूं न की जॉब करने। पुडुचेरी को साफ करने के मिशन में मेरा साथ नहीं दिया गया, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगी।
जनमानस को झकझोर देने वाले उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर कांड में दुष्कर्मियों का शिकार हुई 14 साल की पीड़िता ने कहा है कि वह आर्इपीएस अफसर बनना चाहती है। पुलिस के दो काउंसलरों से पीड़िता ने अपने मन की बात कही लेकिन गैंग रेप के बाद उसकी मानसिक अवस्था कैसी है इसकी स्टडी की जा रही है।
आप से निष्कासित होने के बाद योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, प्रो. आनंद कुमार और अजीत झा स्वराज अभियान नामक गैर राजनीतिक संगठन बनाकर देशभर में जनांदोलन चला रहे हैं। निष्कासन के करीब एक साल बाद संगठन के तमाम कार्यकर्ताओं से वोटिंग कराने के बाद अब स्वराज अभियान ने राजनीतिक दल के निर्माण की घोषणा की है।
सुपरिचित कथाकार। बाल साहित्य पर भी बहुत काम और बच्चों के लिए कई कहानी पुस्तकें प्रकाशित। मोबाइल, लड़की जो देखती पलटकर, नेम प्लेट चर्चित कहानी संग्रह। कई पुरस्कार एवं सम्मान। अखबारों में सामयिक मुद्दों पर लगातार लेखन।
यह किसी साहित्यकार की पूंजी ही है जो पिछले दो दिनों से प्रेम के रूप में नामवर सिंह पर खर्च हो रही है। एक साहित्यकार के लिए इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि जीवन के 90 वसंत बीत जाने के बाद कोई बच्चों सी पुलक और उत्साह के साथ उसका जन्मदिन मनाए। नामवर सिंह अपनी पीढ़ी के इकलौते बुद्धिजीवी, साहित्यकार, आलोचक और ऐसे व्यक्ति हैं जिनका सभी वर्ग में समान अधिकार है।