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चैंपियंस ट्राफी: बीसीसीआई जल्‍द करेगी टीम का ऐलान

चैंपियंस ट्राफी: बीसीसीआई जल्‍द करेगी टीम का ऐलान

चैंपियंस ट्राफी के लिए जल्‍द टीम इंडिया का ऐलान किया जाएगा। बीसीसीआई के इस बयान के बाद टीम इंडिया के टूर्नामेंट में भाग नहीं लेने की अटकलों को विराम मिल गया है। बीसीसीआई ने कहा कि टीम की घोषणा जल्‍द की जाएगी।
चैंपियंस ट्राफी की भागीदारी खतरे में, बीसीसीआई ने 10 करोड़ डॉलर का प्रस्ताव ठुकराया

चैंपियंस ट्राफी की भागीदारी खतरे में, बीसीसीआई ने 10 करोड़ डॉलर का प्रस्ताव ठुकराया

आईसीसी और बीसीसीआई के बीच राजस्व मॉडल को लेकर विवाद मंगलवार को भी जारी रहा जब भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने प्रस्तावित प्रारूप में अतिरिक्त 10 करोड़ डॉलर का आईसीसी का प्रस्ताव ठुकरा दिया।
खोखले साबित हुए दावे, नहीं घटा सबसे भारी महिला का वजन

खोखले साबित हुए दावे, नहीं घटा सबसे भारी महिला का वजन

दुनिया की सबसे वजनी महिला इमान अहमद की बहन सायमा सेलिम ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि उनकी बहन का ठीक से इलाज नहीं किया गया। गौरतलब है कि वजन घटाने और इलाज कराने के उद्देश्य से वे अपनी बहन को मिस्र से भारत लेकर आई हैं।
उम्र 101 साल, नाम मन कौर, जीता फर्राटा दौड़ में स्वर्ण

उम्र 101 साल, नाम मन कौर, जीता फर्राटा दौड़ में स्वर्ण

भारत की 101 साल की धाविका मन कौर ने उम्र को धता बताकर सोमवार को आकलैंड में विश्व मास्टर्स खेलों में 100 मीटर की फर्राटा दौड़ का स्वर्ण पदक जीता। यह उनके करियर का कुल 17वां स्वर्ण पदक है।
'श्रीनिवासन नहीं कर सकते आईसीसी में बीसीसीआई की नुमाइंदगी'

'श्रीनिवासन नहीं कर सकते आईसीसी में बीसीसीआई की नुमाइंदगी'

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन अगले सप्ताह होने वाली आईसीसी की बैठक में बोर्ड का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें पहले ही हितों के टकराव का दोषी पाया जा चुका है। शीर्ष अदालत ने बोर्ड के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी को 24 अप्रैल को होने वाली आईसीसी की बैठक में बोर्ड का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति दे दी है। न्यायालय ने निर्देश दिया कि उनके साथ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी जायेंगे।
चैम्पियंस ट्राफी के एम्बेसडर बने हरभजन, कहा भारत बन सकता है विजेता

चैम्पियंस ट्राफी के एम्बेसडर बने हरभजन, कहा भारत बन सकता है विजेता

भारत के अनुभवी आफ स्पिनर हरभजन सिंह को आईसीसी चैम्पियंस ट्राफी के लिये एम्बेसडर चुना गया है। हरभजन ने अपनी नियुक्ति पर कहा कि वैश्विक टूर्नामेंट का एम्बेसडर नियुक्त किया जाना सचमुच गर्व की बात है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत इस बार भी विजेता बन सकता है।
बीसीसीआई के साथ आया बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड

बीसीसीआई के साथ आया बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड

अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के प्रस्तावित राजस्व मॉडल पर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड खुलकर भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ आ गया है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख नजमुल हसन पापोन ने बुधवार को नई दिल्ली में कहा कि आईसीसी के प्रस्तावित राजस्व मॉडल को लेकर भारत के मसलों का जल्दी हल होना चाहिये क्योंकि बीसीसीआई कमजोर होगा तो बांग्लादेश भी कमजोर हो जायेगा।
भारत ने महिला हाकी विश्व लीग का दूसरा दौर जीता

भारत ने महिला हाकी विश्व लीग का दूसरा दौर जीता

भारत ने वेस्ट वैंकुवर में चिली को रोमांचक फाइनल मुकाबले में शूटआउट में हराकर महिला हाकी विश्व लीग के दूसरे दौर में जीत दर्ज की और विश्व लीग सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई किया।
‘गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मुहैया करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही सरकार’

‘गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मुहैया करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही सरकार’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कहा कि उनकी सरकार गुणवत्तापूर्ण एवं किफायती स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य संगठन 7 अप्रैल को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाता है। ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ के मौके पर अगर हम विभिन्न देशों के विकास, रहन-सहन और सेहत पर कोई टिप्पणी करें तो उसमें हमें मलावी की रंजकहीनता पर जरुर कुछ जानने की जरुरत है। कैसे यह देश रंजकहीनता की त्रासदी झेल रहा है। विकास के ढेकेदार आधुनिकता के लाख दावे कर लें पर अभी भी इस जहां में कितने लोग ऐसे हैं जो एक सामान्य जीवन को पाने को तरस रहे हैं। पिछले कई सालों में देश-विदेश हर जगह कई ऐसी बीमारियों के बारे में सुनने को मिला, जिसका नाम हमने पहले कभी नहीं सुना था जैसे इबोला, चिकनगुनिया, बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू आदि। इन बीमारियों ने देश-विदेश हर जगह लोगों के बीच अपना पांव पसार लिया है। इन बीमारियों से ग्रसित लोगों की परेशानियों और मृत्यु दर के आंकड़ों को देखकर यह अनुमान लगाया गया कि ये रोग कितने घातक साबित हो रहे हैं। ऐसी बीमारियों से पीड़ित लोग इनके बारे में पूरी जानकारी न होने के कारण या फिर गलत इलाज होने के कारण अपनी जान गंवा बैठते हैं। ऐसा कहा जाना गलत न होगा कि कुछ देशों की खुशहाली पूरे दुनिया की रौनक नहीं कही जा सकती। आज भी कहीं-कहीं मानव समाज में गरीबी, भूख, कुपोषण का घनघोर अंधेरा व्याप्त है। इसी बानगी में आप मलावी की रंजकहीनता को जानेंगे तो आपको निराशा होगी।