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पंद्रह के प्रणव ने बनाया 1009 रन का विश्व रिकॉर्ड

पंद्रह के प्रणव ने बनाया 1009 रन का विश्व रिकॉर्ड

क्रिकेट के किसी भी स्वरूप में सर्वाधिक एक हजार से अधिक रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड मुंबई के 15 वर्षीय प्रणव धनवाडे के नाम हो गया है। मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) की ओर से आयोजित अंडर-16 अंतर-स्कूली प्रतियोगिता के दौरान भंडारी कप मैच में आर्य गुरुकुल स्कूल के खिलाफ मैच खेलते हुए प्रणव ने यह कारनामा महज 323 गेंद खेलकर पूरा किया। केसी गांधी स्कूल के प्रणव ने 129 चौकों, 59 छक्कों की मदद से 323 गेंदों पर नाबाद 1009 रन बनाए।
ट्रंप के बयान के बाद मुस्लिमों के समर्थन में आए गूगल प्रमुख

ट्रंप के बयान के बाद मुस्लिमों के समर्थन में आए गूगल प्रमुख

फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग के बाद अब गूगल गूगल प्रमुख सुंदर पिचई भी मुस्लिमों के समर्थन में उतर आए हैं। शनिवार को अपने एक ब्लॉग के जरिये उन्होंने कहा कि हमें अमेरिका और विश्व में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों का समर्थन करना चाहिए।
रोमांचक मुकाबले में नीदरलैंड को हरा भारत ने जीता कांस्य पदक

रोमांचक मुकाबले में नीदरलैंड को हरा भारत ने जीता कांस्य पदक

हॉकी विश्व लीग में कांस्य पदक के लिए आज खेले गए मैच में भारत ने नीदरलैंड को हरा दिया। बेहद रोमांचक मैच का फैसला शूट आउट से हुआ जिसे भारत ने नीदरलैंड के 2 गोल के मुकाबले 3 गोल कर जीत लिया है।
विकलांग मनीष की ख्वाहिश, दाएं हाथ से जहाज खींचकर विश्व रिकार्ड बनाएं

विकलांग मनीष की ख्वाहिश, दाएं हाथ से जहाज खींचकर विश्व रिकार्ड बनाएं

विश्व के नंबर दो विकलांग बांह पहलवान (आर्म रेसलर) मनीष कुमार (36) केवल अपने दाएं हाथ से भोपाल के बड़े तालाब में खाली जहाज को खींचकर एक विश्व रिकार्ड बनाना चाहते हैं। वह वर्ष 2006 और 2012 में क्रमश इंग्लैंड और ब्राजील में हुई विश्व बांह पहलवान (आर्म रेसलर) प्रतियोगिता में शामिल हो चुके हैं। मनीष, जिनके कमर के नीचे का हिस्सा पोलियो के कारण काम नहीं करता है, वर्ष 2012 में राष्ट्रीय स्पर्धा में विकलांग और सामान्य दोनों श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। वह मध्यप्रदेश के कुश्ती समुदाय के सबसे बड़े सम्मान मध्यप्रदेश केसरी से भी वर्ष 2014 में नवाजे जा चुके हैं।
एबेकस तकनीकी से तीन हजार बच्चों ने चुटकियों में सवालों का निकाला हल

एबेकस तकनीकी से तीन हजार बच्चों ने चुटकियों में सवालों का निकाला हल

क्या कोई बच्चा गणित का कठिन से कठिन सवाल तीन मिनट में हल कर सकता है। जवाब हां भी हो सकता है लेकिन 120 सवालों के जवाब अगर तीन मिनट में हल करना हो तो यह कैसे संभव है। लेकिन एबेकस तकनीकी के जरिए एक, दो या तीन बच्चें नहीं बल्कि तीन हजार बच्चों ने जब एक साथ सवालों के जवाब हल करना शुरू किया तो सभी ने दांतों तले उंगली दबा ली।
म्यांमार में चुनाव आयोग पर नतीजों में देरी का आरोप

म्यांमार में चुनाव आयोग पर नतीजों में देरी का आरोप

म्यांमार के चुनावों में भारी जीत की ओर बढ़ती दिखाई दे रही विपक्षी पार्टी ने सरकारी चुनावी पैनल पर जानबूझकर नतीजों में देरी करने का आरोप लगाया है। आंग सान सू की की पार्टी ने कहा है कि शायद चुनावी पैनल कुछ तरकीब लड़ाना चाहता है।
डेविस कपः पेस और बोपन्ना का जादू बेअसर, भारत।-2 से पिछड़ा

डेविस कपः पेस और बोपन्ना का जादू बेअसर, भारत।-2 से पिछड़ा

लिएंडर पेस को रोहन बोपन्ना के साथ जोड़ी बनाकर खेलते हुए शुक्रवार को यहां पुरुष युगल में राडेक स्टेपनेक और एडम पावलासेक के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा, जिससे चेक गणराज्य ने डेविस कप विश्व ग्रुप प्ले ऑफ में भारत के खिलाफ 2-। की बढ़त हासिल कर ली।
हिन्दी में भी हो एमबीबीएस परीक्षा: डॉ. मोहनलाल चीपा

हिन्दी में भी हो एमबीबीएस परीक्षा: डॉ. मोहनलाल चीपा

अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से जो छात्र डाॅक्टर बनकर निकल रहे हैं, उसमें से 54 प्रतिशत डाॅक्टर विदेश चले जाते हैं और लौटकर भारत नहीं आते। रिपोर्ट यह भी कहती है कि हिन्दी माध्यम से स्कूल की पढ़ाई अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करने वाले छात्र जब एम्स जैसी संस्था में पढ़ने जाते हैं, तो भाषाई स्तर पर पिछड़ने की वजह से उनमें से कई तो आत्महत्या तक कर लेते हैं। यही वजह है कि अब एमबीबीएस की परीक्षा हिंदी में कराने की मुहिम तेज हो गई है।
विश्व हिंदी सम्मेलन कथा

विश्व हिंदी सम्मेलन कथा

झीलों के शहर से हिंदी की सुरलहरी की अनुगूंज विश्व भर में गूंजी। देश-विदेश से आए लोग इस दिवस का हासिल है। साक्षीजनों के बीच से जो संदेश निकलकर आया, उसके अर्थ और निमित्त बहुत ही दूरगामी है।
शुरुआत से समापन तक फीका रहा विश्व हिंदी सम्मेलन

शुरुआत से समापन तक फीका रहा विश्व हिंदी सम्मेलन

विवादों के बीच भोपाल में शुरू हुआ 10वां विश्व हिंदी सम्मेलन बगैर कोई छाप छोड़े समाप्त हो गया। पूरे कार्यक्रम के आयोजन में इसके उद्घाटन और समापन पर ही आयोजकों का सारा फोकस था। पर उसके बावजूद कार्यक्रम पूरी तरह से अपने उद्देश्यों से दिशाहीन होकर समाप्त हो गया। विवादों का ही असर हुआ जिसके चलते सदी के महानायक अमिताभ बच्चन इसके समापन समारोह में अपने पहले से तय कार्यक्रम के बावजूद नहीं आए।