पलवल के बाद दिल्ली-एनसीआर में भी चोटी काटने का आतंक दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर में महिलाओं और बच्चियों की चोटी काटने के 11 और मामले सामने आने से दहशत का माहौल बन गया है।
सितंबर 2015 में दादरी के बिसाड़ा गांव में अखलाक नाम के शख्स को घर में बीफ होने के शक में भीड़ ने मार दिया था। उसके लड़के दानिश को भी बुरी तरह पीटा गया था।
महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरही ले जाने के लिए उसका पति स्वास्थ्य केंद्र से करीब डेढ़ घंटे तक गुहार लगाता रहा। महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि महिला को एंबुलेंस नहीं मिली।
राजद अध्यक्ष लालू यादव की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती दिखाई दे रही हैं। महागठबंधन में फूट और नीतीश कुमार के एनडीए के पाले में जाने के बाद उनके खिलाफ मनी मनी लॉड्रिंग का शिकंजा भी कसने लगा है।
वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मानहानि के मुकदमें नहीं लड़ेंगे। इसके अलावा जेठमलानी ने सीएम केजरीवाल से अपने बकाए फीस की भी मांग की है, जो 2 करोड़ रुपये है।
सुप्रीम कोर्ट ने भोपाल एनकाउंटर की जांच को लेकर केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है। गत वर्ष अक्टूबर में मध्य प्रदेश पुलिस ने जेल से फरार प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आठ सदस्यों को मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था।