पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव परिणाम में जालंधर जिले की प्रत्येक सीट पर औसतन एक हजार से अधिक लोगों ने उम्मीदवारों की उम्मीदवारी खारिज करते हुए नोटा का बटन दबाया। इसमें जीतने वालों में सबसे अधिक नापसंद किये गए उम्मीदवार कांग्रेस के परगट सिंह हैं, जबकि शिअद के पवन टीनू सबसे कम नापसंद किये गए हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में शर्मनाक पराजय के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अपने बेटे अखिलेश यादव का बचाव करते हुए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हार के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा ऐतिहासिक जीत की ओर है। पीएम मोदी और अमित शाह की जुगलबंदी ने सपा और बसपा को तार-तार करते हुए जीत की प्रचंड पताका लहराई है। अब तक के रुझानों में पार्टी को दो तिहाई से ज्यादा बहुमत मिलता दिख रहा है।
उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा के बहुमत की ओर बढ़ने से उत्साहित केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि यह भारत की राजनीति में सकारात्मक बदलाव के संकेत हैं और पूरा देश विकास के लिए जाति, धर्म और पंथ के बंधन को तोड़कर मोदीजी की अगुवाई में आगे बढ़ने को तत्पर है।
राजनीतिक दृष्टि से देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा शानदार जीत का इतिहास रचने जा रही है और साथ ही उत्तराखंड में भी उसकी सरकार बनना तय हो गया है। उधर पंजाब में सत्ता विरोधी लहर पर सवार होकर कांग्रेस प्रदेश में वापसी करती दिख रही है जबकि गोवा और मणिपुर में दोनों बड़े दलों के बीच कड़ी टक्कर चल रही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के धुआंधार प्रदर्शन के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने आरोप लगाया कि वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी की गयी है।
यूपी के चुनाव नतीजे में हर जगह भाजपा का भगवा लहरा रहा है। भाजपा के नंबर दो नेता राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ में भी भाजपा बाजी मार ली है। भाजपा को ऐसी जीत मिली है जिसकी उम्मीद बहुतों को नहीं थी।
कानपुर से भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी सांसद है। यहां भी पार्टी ने विधानसभा चुनावों में परचम लहराया है। यहां की कुल 10 विधानसभा सीटों में सात सीटों पर भाजपा ने परचम लहराया। वहीं दो सीटें सपा के खाते में आई, जबकि कांग्रेस को एक सीट से संतोष करना पड़ा।
समाजवादी पार्टी :सपा: मुखिया अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की जोरदार जीत को अप्रत्याशित बताते हुए कहा कि अब वह कह सकते हैं कि लोकतंत्र में समझाने से नहीं, बहकाने से वोट मिलता है। बाद में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजभवन पहुंच राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया।