भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त का लंदन ओलंपिक में जीता कांस्य पदक रजत में बदल गया जब दूसरे स्थान पर रहे रूस के दिवंगत बेसिक कुडुखोक को डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण पदक गंवाना पड़ा।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने अपने रवैये पर कायम रहते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि नरसिंह यादव पर डोपिंग के कारण चार साल का प्रतिबंध लगने के लिए साई और नाडा के कुछ जूनियर अधिकारी जिम्मेदार हैं।
डोपिंग विवादों के साये में रियो दि जेनेरियो में चल रहे ओलंपिक में एथलेटिक्स स्पर्धाओं का आगाज हुआ। इथियोपिया की अलमाज अयाना ने महिलाओं की 10,000 मीटर दौड़ में नया विश्व रिकार्ड बनाया जबकि चीन के तैराक चेन शिनयी को डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण निलंबित कर दिया गया।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह ने कहा है कि नरसिंह यादव के खाने में दवा मिलाने की बात सहीं है। उन्होंने कहा कि सोनीपत कैंप में खाने में दवाई मिलाई गई। मिलाने वाले आरोपी की पहचान कर ली गई है।जिस आरोपी की पहचान की गई है, वह एक सीनियर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी का भाई है।
ब्राजील में रियो ओलंंपिक अभी शुरू नहीं हुआ है पर भारत को झटके लगने लगे हैं। 74 किलोग्राम वर्ग के पहलवान नरसिंह यादव डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए हैं। राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने पुष्टि की कि नरसिंह के बी नमूने में भी प्रतिबंधित स्टेरायड के अंश पाये गए हैं। भारत के कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने नरसिंह के रियो ओलम्पिक में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी है।
खेल पंचाट ने प्रशासन संचालित डोपिंग को लेकर आईएएएफ द्वारा लगाये गए प्रतिबंध के खिलाफ रूस की अपील खारिज कर दी जिससे उसकी ट्रैक और फील्ड टीम रियो ओलंपिक में भाग नहीं ले सकेगी।
विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) ने खुलासा किया है कि इस साल रूसी खिलाडि़यों के डोप टेस्ट करने के सैकड़ों प्रयास नाकाम रहे। वाडा ने यह सनसनीखेज रिपोर्ट रूस की ओलंपिक में भागीदारी पर अहम फैसला आने से कुछ दिन पहले ही जारी की है।
बिहार इंटरमिडिएट परिक्षा के टॉपर घोटाले के कथित सरगना बच्चा राय को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। बच्चा राय वैशाली जिले के विवादित विशुन राय कॉलेज के सचिव सह प्राचार्य हैं। दो विवादित पर रुबी राय और सौरभ श्रेष्ठ इसी कॉलेज के छात्र हैं।
क्या दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष अरुण जेटली डीडीसीए के कथित घपलों और अनियमितताओं को लगातार उजागर रहे भाजपा सांसद कीर्ति आजाद को प्रलोभन देकर अपने पाले में करना चाहते थे? करीब पांच साल पहले के एक पत्र पर नजर डालें तो पहली नजर में ऐसा ही लगता है। यह चिट्ठी अभी सामने आई है।