कल यानी 12 जून को सी नारायण रेड्डी का निधन हो गया। ज्ञानपीठ अवार्ड प्राप्त नारायण रेड्डी जाने माने कवि थे और उन्हें तेलुगु साहित्य की दुनिया का मजबूत स्तंभ माना जाता था।
तारीख घोषित होते ही राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सक्रियता बढ़ गई है। भाजपा नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि लालकृष्ण आडवाणी इस पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार हैं. सोमवार को ही अमित शाह ने राष्ट्रपति उम्मीदवार पर सहमति बनाने के लिए तीन सदस्यों की एक समिति गठित की थी।
मशहूर कवि और लेखक सी नारायण रेड्डी का आज निधन हो गया। वे 86 साल के थे। तेलगु लिटरेचर की दुनिया में नारायण रेड्डी का नाम एक स्तंभ की तरह है। नारायण रेड्डी ने सिर्फ एक कवि और लेखक ते बल्कि वे फिल्म जगत के लिए गाने भी लिकते थे। उनके लिखे गानों ने साउथ की फिल्मों में काफी धूम मचाया।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सोमवार को भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने तीन सदस्यीय एक पैनल का गठन किया है, जिसमें राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू और अरूण जेटली को शामिल किया गया है। पैनल को राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर एनडीए के घटक दलों से बात करने की जिम्मेदारी दी गई है।
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि एक खुले समाज के लिए स्वतंत्र मीडिया जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र प्रेस पर कोई भी हमला नागरिकों के अधिकारों खतरे में डाल सकता है।
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने बुधवार शाम राष्ट्रपति चुनाव की तरीखों का ऐलान कर दिया है। 17 जुलाई को मतदान होगा और 20 जुलाई को मतगणना के बाद चुनाव परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।
इसरो ने जीएसएलवी मार्क 3 लांच कर विज्ञान के क्षेत्र में इतिहास रचा है, लेकिन क्या इस बार राष्ट्रपति पद के लिए इसरो के किसी वैज्ञानिक को उम्मीदवार बनाया जा सकता है? अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में मिसाइल मैन अब्दुल कलाम का हवाला देते हुए राजनीतिक गलियारों में इस तरह की चर्चाएं चल रही हैं। ऐसा हुआ तो यह भी अपने आप में इतिहास ही होगा।
ऐसे में जब आईटी सेक्टर में नौकरियों पर संकटर मंडरा राह है तो इन्फोसिस के सह संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति युवा पेशेवरों के समर्थन में सामने आए हैं। उन्होंने सुझाव दिया है कि युवा पेशेवरों की नौकरी बचाने के लिए वरिष्ठ साथियों को अपने वेतन में कटौती करनी होगी।
अपने छह दिन के दौरे पर चार देशों की यात्रा के लिए निकले प्रधानमंत्री मोदी स्पेन पहुंच गए हैं। मोदी ने स्पेन के राष्ट्रपति मारियानो और वहां के किंग से राजधानी मैड्रिड में मुलाकात की है और कहा कि भारत और स्पेन एक दूसरे के हितों के लिए काम करेंगे।
स्वदेशी जागरण मंच के बाद अब आरआरएस से जुड़े भारतीय मजदूर संघ ने नीति आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं तथा आयोग को मजदूर व किसान विरोधी करार दिया है। संघ का कहना है कि आयोग में श्रमिकों की समस्याएं जानने वाले कोई सदस्य नहीं है। ज्यादातर कारपोरेट सेक्टर से जुड़े लोग हैं। संघ आयोग के फिर से गठन करने की मांग को लेकर संघ देशभर में 22 व 23 जून को विरोध प्रदर्शन करेगा।