बनारस शहर का अपना मिजाज है। भोले की भांग है तो गंगा की निर्मलता भी। इस शहर के मिजाज में ही है, संस्कृति। इस शहर के लिए व्योमेश शुक्ल बहुत जाना पहचाना नाम है। रंगकर्मी, कवि, लेखक व्योमेश की टोपी में एक और पंख लगने जा रहा है। उनकी कविताएं अमेरिका के फिलाडेल्फिया के एक पार्क में बन रही दीवार पर अंकित होंगी।
बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन अब सिर्फ फिल्मों में ही नहीं बल्कि मंदिर में भी देखने को मिलेंगे। यह मंदिर कहीं और नहीं बल्कि कोलकाता में ही हैं। जहां बिग बी के कद से भी ऊंची उनकी मूर्ती स्थापित की गई है। यह मंदिर किसी और ने नहीं बल्कि उनके प्रशंसकों ने मिलकर बनाई है।
खलनायकी से अपना फिल्मी सफर शुरू करने वाले विनोद खन्ना अपनी चिर परिचित मुस्कान और रोबीले चेहरे की वजह से नायक की भूमिका में सिने प्रेमियों को ज्यादा अच्छे लगे। उनका जादू कुर्बानी से लेकर अमर अकबर एंथोनी तक खूब चला।