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Search Result : "2027 वनडे विश्व कप"

वनडे में भी आक्रामक क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। : रहाणे

वनडे में भी आक्रामक क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। : रहाणे

मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने आज कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में भारत को शानदार सफलता आक्रामक रवैया अख्तियार करने से मिली और वह आगामी पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में भी इसी तरह का खेल जारी रखेगा। भारत ने हाल में समाप्त हुई तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 3-0 से जीत दर्ज करके आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया और रहाणे ने कहा कि आक्रामक रवैया अपनाने के कारण उन्हें यह सफलता मिली।
सुरेश रैना को वायरल, पहले वनडे से बाहर

सुरेश रैना को वायरल, पहले वनडे से बाहर

एक साल बाद भारत की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम में वापसी करने वाले बल्लेबाज सुरेश रैना वायरल बुखार के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे से बाहर हो गए। बीसीसीआई ने बयान जारी करके कहा, बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने पुष्टि की है कि वायरल बुखार से उबर रहे सुरेश रैना न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच से बाहर हो गए हैं।
छत्तीसगढ़ के बस्तर में 75 दिनों तक चलता है विश्व प्रसिद्ध दशहरा

छत्तीसगढ़ के बस्तर में 75 दिनों तक चलता है विश्व प्रसिद्ध दशहरा

छत्तीसगढ़ के बस्तर में 75 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध दशहरा के लिए इन दिनों लगभग 34 गांवों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। यहां रथ खींचने का अधिकार केवल किलेपाल के माड़िया लोगों को ही है। रथ खींचने के लिए जाति का कोई बंधन नहीं है। हर गांव से परिवार के एक सदस्य को रथ खींचना ही पड़ता है। इसकी अवहेलना करने पर परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए जुर्माना लगाया जाता है।
मिस्र की परियोजना की तर्ज पर है स्वच्छ भारत कार्यक्रम : विश्व बैंक अध्यक्ष

मिस्र की परियोजना की तर्ज पर है स्वच्छ भारत कार्यक्रम : विश्व बैंक अध्यक्ष

विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने कहा कि भारत में एक अरब डॉलर की लागत वाली महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत ग्रामीण स्वच्छता परियोजना मिस्र के इसी तरह के एक सफल कार्यक्रम की तर्ज पर है और यह विश्व की सर्वश्रेष्ठ परिपाटियों को साझा करने का एक उदाहरण है।
विश्व में सर्वश्रेष्ठ है हमारा क्षेत्ररक्षण : तेंदुलकर

विश्व में सर्वश्रेष्ठ है हमारा क्षेत्ररक्षण : तेंदुलकर

अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने वर्तमान समय में भारत के क्षेत्ररक्षण को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ करार देते हुए आज यहां कहा कि बेहतर आधारभूत ढांचा और सुविधाएं मिलने से भारतीय टीम ने क्रिकेट के इस महत्वपूर्ण विभाग में तेजी से प्रगति की है। तेंदुलकर ने कहा, आजकल खिलाड़ी अपनी फिटनेस के प्रति अधिक जागरूक हैं। ऐसा क्रिकेट ही नहीं हर खेल में देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ वर्षों में हमारे क्षेत्ररक्षण के स्तर में बहुत अधिक सुधार हुआ है। अस्सी और नब्बे के दशक में क्षेत्ररक्षण हमारा कमजोर पक्ष हुआ करता था लेकिन आज हमारा क्षेत्ररक्षण विश्व में सर्वश्रेष्ठ है।
सुरेश रैना की न्यूजीलैंड श्रृंखला के लिये वनडे टीम में वापसी

सुरेश रैना की न्यूजीलैंड श्रृंखला के लिये वनडे टीम में वापसी

मध्यक्रम के बल्लेबाज सुरेश रैना ने 16 अक्तूबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के लिये आज भारतीय टीम में वापसी की जबकि हरियाणा के आफ स्पिनर जयंत यादव 15 सदस्यीय टीम में एकमात्र नया चेहरा हैं।
प्रवासी भारतीय केंद्र के उद्घाटन पर बोले पीएम, भारत किसी की जमीन का भूखा नहीं

प्रवासी भारतीय केंद्र के उद्घाटन पर बोले पीएम, भारत किसी की जमीन का भूखा नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली में प्रवासी भारतीय केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मोदी ने पाक अधिकृत कश्मीर में सेना द्वारा हाल में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के संबंध में कहा कि भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया और न ही वह किसी की जमीन हड़पना चाहता है।
विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों की सूची में 31 भारतीय विश्वविद्यालय

विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों की सूची में 31 भारतीय विश्वविद्यालय

वैश्विक उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारत ने अपनी स्थिति में सुधार किया है और विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों की सूची में भारत के रिकॉर्ड 31 शैक्षणिक संस्थानों ने अपना स्थान बनाया है। इसमें शीर्ष पर ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय है।
वायु प्रदूषण के कारण हर 23 सेकंड में एक जान जा रही है- रिपोर्ट

वायु प्रदूषण के कारण हर 23 सेकंड में एक जान जा रही है- रिपोर्ट

हम जिस हवा में सांस लेते हैं उसका भविष्य भयावह है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हाल ही में दिये गये आंकड़े बताते हैं कि वायु प्रदूषण के कारण भारत में 1.4 मिलियन लोग असामयिक मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं, यानि यह हर 23 सेकंड में एक जान ले रहा है। जिस ईंधन का प्रयोग आज हम करते हैं वह 2030 आने तक प्रदूषकों से हवा को इतना जहरीला बना देगा कि आॅक्सीजन किट के बिना जीना और चलना-फिरना लगभग नामुमकिन हो जाएगा।
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