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Search Result : "19वां राष्ट्रीय सम्मेलन"

दिल्ली फिर शर्मसार, एकतरफा इश्क में लड़की की दिनदहाड़े चाकू से गोदकर हत्या

दिल्ली फिर शर्मसार, एकतरफा इश्क में लड़की की दिनदहाड़े चाकू से गोदकर हत्या

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एक बार फिर शर्मसार हुई है। दिल दहला देने वाली एक घटना में एक युवक ने सरेराह एक लड़की की बेरहमी से चाकू से गोदकर हत्या कर दी। सबसे हतप्रभ करने वाली बात ये रही कि घटना के समय वहां से गुजर रहे लोग बस देखते रहे और कोई भी लड़की को बचाने के लिए आगे नहीं आया।
गुटनिरपेक्ष सम्मेलन से लौट रहे अंसारी ने कहा, आतंकवाद को कोई सहन नहीं कर सकता

गुटनिरपेक्ष सम्मेलन से लौट रहे अंसारी ने कहा, आतंकवाद को कोई सहन नहीं कर सकता

भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन में भाग लेकर लौटते हुए आज कहा कि उरी में हुआ हमला पूरी तरह अस्वीकार्य है और इस तरह की हरकतों का नतीजा आखिरकार अत्यंत असुखद निकलेगा। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि आतंकवाद को कोई भी सहन नहीं कर सकता।
उरी में आतंकी हमले पर कांग्रेस ने मोदी और पर्रिकर पर साधा निशाना

उरी में आतंकी हमले पर कांग्रेस ने मोदी और पर्रिकर पर साधा निशाना

कांग्रेस ने आज उरी आतंकी हमले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें पूरी गड़बड़ी के लिए अकेले जिम्मेदार ठहराया और पूछा कि क्या वह रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
उपराष्ट्रपति अंसारी ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति मदुरो के साथ वार्ता की

उपराष्ट्रपति अंसारी ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति मदुरो के साथ वार्ता की

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने 17वें गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वेनेजुएला पहुंच गए हैं। अंसारी विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर वहां के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो से मुलाकात कर विस्तृत बातचीत की।
गुटनिरपेक्ष सम्मेलन में मोदी के नहीं शामिल होने पर सवाल उठाना गलत: अंसारी

गुटनिरपेक्ष सम्मेलन में मोदी के नहीं शामिल होने पर सवाल उठाना गलत: अंसारी

गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैरमौजूदगी को तवज्जो नहीं देते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा है कि भारत की विदेश नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्रियों का सम्मेलन नहीं है और जो बात मायने रखती है, वह यह है कि भागीदारी की जाए।
विश्व के कुल शरणार्थी बच्चों की आधी संख्या स्कूल से दूर: संयुक्त राष्ट्र

विश्व के कुल शरणार्थी बच्चों की आधी संख्या स्कूल से दूर: संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि विश्व के करीब 60 लाख शरणार्थी बच्चों की आधी से भी कम संख्या स्कूल में पढ़ती है जिसका अर्थ यह हुआ कि वैश्विक औसत की तुलना में उनके शिक्षा प्राप्त करने की संभावना पांच गुना कम है।
अमेरिका: पूर्व विदेश मंत्री कोलिन पॉवेल ने ट्रंप को बताया राष्ट्रीय शर्म

अमेरिका: पूर्व विदेश मंत्री कोलिन पॉवेल ने ट्रंप को बताया राष्ट्रीय शर्म

अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री कॉलिन पॉवेल ने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रीय शर्म और अंतरराष्ट्रीय तौर पर अस्पृश्य व्यक्ति बताते हुए कहा है कि वह खुद को तबाह करने की राह पर चल रहे हैं।
डिजिटिल इंडिया में हिन्दी समाज

डिजिटिल इंडिया में हिन्दी समाज

हिन्दी उत्सव- हिन्दी दिवस- पखवाड़ा। राष्ट्रभाषा की गौरव गाथा और जयकार। संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी की मान्यता के लिए प्रधानमंत्रियों द्वारा सौ-सौ करोड़ तक खर्च की घोषणाएं। दुनिया के 130 विश्वविद्यालयों में हिन्दी भाषा की पढ़ाई की व्यवस्था। बॉलीवुड से दक्षिण भारत ही नहीं यूरोप, अमेरिका, एशिया ही नहीं अफ्रीका में भी हिन्दी फिल्मों और गानों की गूंज। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पहले जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा राष्ट्रभाषा हिन्दी को सही गौरवपूर्ण स्थान दिलाने के संकल्प, संघर्ष, वायदे और एक हद तक उपलब्धियां भी। लेकिन असलियत में भारत की तरक्की के साथ हिन्दी को समुचित महत्व कहां मिल पाया है?
नजर रखने के लिए शिवराज के सचिवालय में आरएसएस से जुड़े ओएसडी तैनात

नजर रखने के लिए शिवराज के सचिवालय में आरएसएस से जुड़े ओएसडी तैनात

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सचिवालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े डॉ. मनीष कुमार को ओएसडी नियुक्त किया गया है। डॉ. कुमार देना बैंक भोपाल जोन में ब्रांच मैनेजर थे। उनकी सेवा प्रतिनियुक्ति पर राज्य सरकार को सौंपी गई है।
राम मंदिर बनना ही चाहिए : मोहन भागवत

राम मंदिर बनना ही चाहिए : मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा उठा दिया है। उन्होंने अयोध्या में विवादित जगह परराम मंदिर निर्माण ही बनाए जाने पर जोर दिया है। मोहन भागवत के अनुसार, इस मसले पर कभी भी हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विवाद नहीं रहा। कुछ स्वार्थी तत्वों ने इसे राजनीतिक हित साधन के लिए सांप्रदायिक मसला बना डाला है।
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