एक नए शोध में दावा किया गया है कि समय से पहले पैदा हुए बच्चों को जन्म के पहले महीने स्तनपान कराया जाए तो भविष्य में उनका बौद्धिक स्तर यानी आइक्यू अच्छा रहने की संभावना बढ़ जाती है।
प्रसिद्ध लेखिका, पद्म विभूषण, ज्ञानपीठ, साहित्य अकादमी, मैगसायसाय अवॉर्ड विजेता महाश्वेता देवी का 90 साल की उम्र में निधन हो गया। कोलकाता में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह काफी दिनों से बीमार थीं।
लीबिया में अमेरिका के राजदूत रहे जे. क्रिस्टोफर स्टीवेन्स की मां ने राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पार्टी से उनके बेटे की मौत का अवसरवादी इस्तेमाल तत्काल बंद करने को कहा है। स्टीवेन्स की बेनगाजी में 2012 में एक आतंकी हमले में मौत हो गई थी।
सपा से राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कहा है कि भाजपा यूपी में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री घोषित करती है तो मैं मांं काली से प्रार्थना करूंंगा कि योगी चुनाव हार जाएं। पत्रकारों से बातचीत में कहा कि योगी के हम ऋणी हैं। वह हमारे अग्रज और पड़ोसी जिले के हैं। ऐसे में उनके साथ कुछ ख़राब हुआ तो मुझे अच्छा नहीं लगेगा।
एक ओर जहां देश में बहु विशेषज्ञता वाले महंगे निजी अस्पतालों की बाढ़ आ रही है वहीं किसी खास क्षेत्र को ध्यान में रखकर काम कर रहे अस्पतालों की संख्या तेजी से घटती जा रही है। ऐसे अस्पतालों में अलग-अलग विभाग जोड़कर उन्हें बहु विशेषज्ञता वाले अस्पतालों में बदला जा रहा है। मगर इस स्थिति में पारस समूह ने दिल्ली में एक अस्पताल पूरी तरह मां और शिशु की चिकित्सा को समर्पित कर दिया है।
सोनेलाल पटेल की बनाई पार्टी अपना दल पर हक को लेकर विवाद शुरू हो गया है। अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल के केंद्रीय मंत्री बनाए जाने से नाराज मां कृष्णा पटेल ने उन्हें पार्टी के बाहर का रास्ता दिखा दिया। वहीं अनुप्रिया पटेल का कहना है कि मैं पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं मुझे कोई पार्टी से कैसे निकाल सकता है।
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह मंत्रिमंडल से हटाए गए वरिष्ठ मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि भाजपा में शायद अब बूढ़े मां-बाप को निकालने की पंरपरा आ गई है। पार्टी में वरिष्ठ लोगों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
भारत में तीन साल से छह साल की उम्र के कुल 7.4 करोड़ बच्चों में से करीब दो करोड़ बच्चे औपचारिक पढ़ाई की शुरूआत से पहले प्री स्कूल नहीं जाते हैं। यूनिसेफ द्वारा जारी एक अध्ययन में पता चला है कि प्री स्कूल नहीं जा पाने वालों में निर्धन एवं समाज के कमजोर वर्गों के बच्चे हैं। लेकिन सबसे ज्यादा बच्चे मुस्लिम समुदाय से हैं जो प्री स्कूली शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।
फीस जमा नहीं कर पाने पर स्थानीय स्कूल द्वारा एक बच्चे को दाखिला देने से इनकार करने पर बंबई उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश ने किस्त में फीस लेने का निर्देश देते हुए कहा कि अगर यह संभव नहीं है तो वह खुद अपनी जेब से बच्चे की फीस जमा करने के लिए तैयार हैं।