मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने कहा है कि इस साल मानसून आमतौर पर तय मानी जाने वाली तारीख यानी एक जून से कुछ दिन पहले 28 मई से 30 मई के बीच केरल पहुंच जाएगा।
पंजाब में प्रचंड गर्मी से राहत के लिए लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं लेकिन जालंधर सहित प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में पानी की बजाय आजकल राख की बारिश हो रही है। लोगों के घर की छतों और आंगन में राख की एक मोटी परत जमा हो रही है। इस बारिश का असर खाने और कपड़े पर भी हो रहा है।
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में एक माह तक चलने वाले महाकुंभ सिंहस्थ मेले के दूसरे शाही स्नान के दिन सोमवार को दोपहर बाद ओलावृष्टि, भारी बारिश और तेज हवाओं ने लोगों का मजा किरकिरा कर दिया। तेज तूफान औऱ ओलावृष्टि की वजह से विभिन्न घटनाओं में 7 लोग घायल हो गए हैं।
प्रसिद्ध कवि और कथाकार प्रियदर्शन का जन्म 24 जून, 1968 को रांची में हुआ। उनकी कई किताबें चर्चित हुई हैं। उसके हिस्से का जादू और बारिश धुआं और दोस्त चर्चित कहानी संग्रह। नष्ट कुछ भी नहीं होता कविता संग्रह। ग्लोबल समय में कविता और ग्लोबल समय में गद्य (आलोचना)। फिल्म आलोचना पर नए दौर का नया सिनेमा नाम से पुस्तक। पत्रकारिता पर खबर-बेखबर नाम से किताब। इतिहास गढ़ता समय नाम से वैचारिक लेखन और जिंदगी लाइव नाम से जल्द ही उपन्यास आने वाला है। अनुवाद की कई किताबें। कविता संग्रह का मराठी में भी अनुवाद।
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ मेले में तेज आंधी-बारिश आने और बिजली गिरने से 6 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। हादसे में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
अरूणाचल प्रदेश के तवांग जिले में शुक्रवार को हुए भूस्खलन की चपेट में आ जाने की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे की वजह से अब भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
लगातार दो वर्ष के सूखे के बाद इस वर्ष मानसून के सामान्य से बेहतर होने और देश भर में समान बारिश होने की भारत मौसम विज्ञान विभाग की सूचना किसानों के लिए राहत की खबर लेकर आई है। विभाग ने आज इस वर्ष के पूर्वानुमानों की घोषणा करते हुए कहा कि मानसून के लिहाज से यह साल अच्छा रहेगा।
पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। खेतों में खड़ी गेंहू की फसल जमीन पर बिछ गई है। आने वाले बैसाखी की खुशियां गमी में बदल गई हैं।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि गत एक और दो दिसंबर को चेन्नई में 24 घंटे में जितनी बारिश हुई थी, उतनी वर्ष 1901 के बाद किसी दिन नहीं हुई थी।
भीषण बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे चेन्नई की स्थिति धीरे-धीरे सुधार रही है। शहर में रेल सेवाएं बहाल कर दी गई हैं और आज से दिन के वक्त यात्री विमानों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। चेन्नई में फंसे यात्रियों के लिए कई विशेष रेलगाड़ियां चलाई जा रही हैं। हालांकि, आज सुबह फिर चेन्नई के कई इलाकों में भारी बारिश होने की खबर है।