भूकंप से प्रभावित नेपाल की ओर मदद का हाथ बढ़ाते हुए विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने कहा है कि बैंक नुकसान का आकलन करने एवं पुनर्निर्माण के कार्य में नेपाल की मदद करेगा।
भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि जिन आंतरिक प्रक्रियाओं से पृथ्वी का निर्माण हुआ है, वहीं भूकंप का कारण हैं। भूकंप सदियों से आ रहे हैं और आगे भी आते रहेंगे। इसकी भविष्यवाणी संभव नहीं है। हमें भूकंप के साथ जीना सीखना होगा।
हमारा पड़ोसी देश नेपाल भूकंप की त्रासदी झेल रहा है। इस कठिन वक्त में भारत ने न सिर्फ मदद के हाथ बढ़ाए हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरसंभव मदद का वादा भी किया है। इसी मदद से अभिभूत बॉलीवुड अदाकारा मनीषा कोईराला ने नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया है। नेपाल की रहने वाली मनीषा बॉलीवुड में अभी भी अपनी फिल्मो - 1947 अ लव स्टोरी, सौदागर और लज्जा के लिए जानी जाती हैं।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने संकेत दिया है कि अलगाववादी नेता मसर्रत आलम के मामले में कानून अपना काम करेगा और जो भी जरूरी होगा, उसी अनुसार मसर्रत के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कृषि एवं सूक्ष्म उद्यमों को मदद प्रदान करने के लिए केंद्र द्वारा पेश सूक्ष्म इकाई विकास एवं पुन:वित्तपोषण एजेंसी (मुद्रा) योजना पर संशय व्यक्त करते हुए शिवसेना ने सोमवार को जानना चाहा कि परेशान किसानों को कब मदद मिलेगी और सरकार की इनकी आत्महत्या पर किस तरह से रोक लगाने की योजना है।
हिंदू परिवारों को यह अधिकार नहीं है कि वे यह तय कर सकें कि उन्हें कितने बच्चे पैदा करने हैं। यह तय करेंगे हिंदू संगठन क्योंकि उन्हें चिंता है कि हिंदू कहीं भारत में ही अल्पसंख्यक न हो जाएं। यह तर्क लंबे समय से हिंदुत्वादी संगठन देते रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों में उन्होंने ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए आक्रामक अभियान छेड़ रखा है।
भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर अपने दो दिन के दौरे पर नेपाल पहुंचे हैं। जयशंकर ने नेपाल के विदेश सचिव से मुलाकात कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सदस्यता के लिए नेपाल की मदद मांगी।
भारतीय टीम से बाहर चल रहे आलराउंडर युवराज सिंह ने क्रिकेट प्रशंसकों से अपील की है कि वे टेस्ट कप्तान विराट कोहली और उनकी अभिनेत्री महिला मित्र अनुष्का शर्मा की निजी जिंदगी का सम्मान करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ सभी लंबित मुद्दों को आतंक और हिंसा मुक्त माहौल में द्विपक्षीय बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है।