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Search Result : "स्वास्‍थ्य मंत्रालय"

स्कूलों में सबके लिए है ऑयरन की गोलियां

स्कूलों में सबके लिए है ऑयरन की गोलियां

कुसुम अब पहले की तरह आए दिन स्कूल से छुट्टी नहीं करती। अब पढ़ाई के दौरान न तो उसे नींद आती है और न ही उसका सिर चकराता है। पहले से ज्यादा अब उसका मन पढ़ाई में लगता है और उसकी बाकी सहेलियां भी स्कूल में रेगुलर हो गई हैं। गौतम बुद्ध नगर जिले के दनकौर खंड के करीब 209 स्कूलों की लगभग सारी लड़कियों का लगातार स्कूल जाने का ग्राफ बढ़ा है। ये सभी लड़कियां निम्न और मध्यम लर्ग से आती है जिसमें कुछ तो घर से ही टिफिन लाती है और बाकी मिड डे मील खाती हैं।
चर्चाः नियम-कानून आतंक न बने | आलोक मेहता

चर्चाः नियम-कानून आतंक न बने | आलोक मेहता

सुप्रीम कोर्ट ने सही राय दी है कि प्रदूषण नियंत्रण के नियम-कानून इस तरह न लागू हों, जिससे अर्थव्यवस्‍था ही चौपट हो जाए। दिल्ली या केंद्र सरकार हड़बड़ी या दबावों के कारण पिछले कुछ अर्से से ऐसे कदम उठाती रही हैं। इसलिए सुप्रीम कोर्ट की राय के बाद विभिन्न मंत्रालयों में तालमेल और पूर्वाग्रहों-दबावों से हटकर पर्यावरण संरक्षण के प्रयास करने होंगे।
रोहित आत्‍महत्‍या: न्यायिक आयोग करेगा जांच, विरोध-प्रदर्शन जारी

रोहित आत्‍महत्‍या: न्यायिक आयोग करेगा जांच, विरोध-प्रदर्शन जारी

केंद्र सरकार ने हैदराबाद विश्वविद्यालय में दलित छात्र की खुदकुशी के मामले की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग के गठन का फैसला किया है। इस बीच, विश्वविद्यालय ने पीड़‍ित परिवार के लिए आठ लाख रूपये के मुआवजे की घोषणा की लेकिन छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
इंजीनियरिंग के प्रोफेसर जगदीश कुमार होंगे जेएनयू के नए कुलपति

इंजीनियरिंग के प्रोफेसर जगदीश कुमार होंगे जेएनयू के नए कुलपति

आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के नए कुलपति होंगे। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के भेजे चार नामों में से जगदीश कुमार के नाम को मंजूरी दी है। भाजपा नेता सुब्रमण्‍यम स्‍वामी को जेएनयू का वीसी बनाए जाने की अटकलों के बाद यह नियुक्ति चर्चाओं में आ गई थी।
रोहित के साथ निकाले गए 4 दलित छात्रों का निलंबन वापस

रोहित के साथ निकाले गए 4 दलित छात्रों का निलंबन वापस

दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्‍महत्‍या से विवादों में आए हैदराबाद केंद्रीय विश्‍वविद्यालय ने चार दलित छात्रों का निलंबन वापस ले लिया है। अंबेडकर स्‍टूडेंट्स एसो‍सिएशन से जुड़े इन छात्रों को भी रोहित के साथ यूनिवर्सिटी ने निलंबित कर दिया था।
रोहित की खुदकुशी दलित बनाम गैर दलित मुद्दा नहीं: स्‍मृति ईरानी

रोहित की खुदकुशी दलित बनाम गैर दलित मुद्दा नहीं: स्‍मृति ईरानी

हैदराबाद केंद्रीय विश्‍वविद्यालय के शोध छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी को मानव संसाधन विकास मंत्री स्‍मृति ईरानी ने जातिगत मुद्दा मामने से इनकार कर दिया है।
फिल्म फेलिसिटेशन ऑफिस खोलेगी सरकार

फिल्म फेलिसिटेशन ऑफिस खोलेगी सरकार

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कलाकारों को स्वतंत्र रूप से काम करने की सुविधा मुहैया कराने के लिए यहां फिल्म फेलिसिटेशन ऑफिस खोलने का फैसला किया है।
‘विचार एबीवीपी से न मिलें तो देशद्रोही हो गए क्या?’

‘विचार एबीवीपी से न मिलें तो देशद्रोही हो गए क्या?’

हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहे दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के संदर्भ में बात करें तो इस वक्त केंद्रीय संसाधन मंत्रालय द्वारा विश्वविद्लायों में एक विचारधारा थोपने की बात चल रही है। रोहित का लेना-देना सिर्फ हैदराबाद विश्वविद्लाय या वहां के प्रशासन मात्र से नहीं है बल्कि एक बड़े मसले से है। देश की विश्वविद्यालय व्यवस्था में इस समय वैचारिक हस्तक्षेप चल रहा है। वहां राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े लोगों की नियुक्तियां की जा रही हैं। देखा जाए तो जब से भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई है तब से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) सोचने लगी है कि कानून उनकी जेब में है।
दलित छात्र की खुदकुशी: मामले की पड़ताल करेगा एचआरडी मंत्रालय

दलित छात्र की खुदकुशी: मामले की पड़ताल करेगा एचआरडी मंत्रालय

हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में एक शोध छात्र की आत्महत्या के मामले की पड़ताल के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दो सदस्य जांच टीम हैदराबाद रवाना कर दी है। मंत्रालय ने इन आरोपों को खारिज किया है कि उसके हस्तक्षेप की वजह से यह घटना हुई। उधर, इस मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री बंडारू दत्‍तात्रेय और विश्‍वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है।
भारतीयों को मिले न मिले, विदेशियों को चिकित्सा देने की चिंता

भारतीयों को मिले न मिले, विदेशियों को चिकित्सा देने की चिंता

ये कोई छुपी हुई बात नहीं है कि भारत में डॉक्टरों और नर्सों की भयानक कमी है। वर्ष 2015 में हुए एक अध्ययन के मुताबिक देश के चिकित्सा क्षेत्र को तत्काल करीब 20 लाख डॉक्टरों और 40 लाख नर्सों की जरूरत है। यही नहीं देश के प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में से 8 फीसदी में कोई डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ तक नहीं है।
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