ओरलैंडो के समलैंगिक क्लब पर हुए आतंकवादी हमले के दौरान कई लोगों की जान बचाने को लेकर भारतीय मूल के एक पूर्व मरीन की खूब प्रशंसा हो रही है। इस हमले में 49 लोगों की मौत हो गई थी।
नितिन गडकरी काबिल मंत्री होने के साथ अपनी स्पष्टवादिता के लिए भी मशहूर हैं। पार्टी हो या सरकार, जिस समय अधिकांश मंत्री-नेता अपनी सफलताओं के ढोल पीट रहे हैं, नितिन गडकरी ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर स्पष्ट शब्दों में माना कि ‘देश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में हम विफल रहे हैं। हम दुःख के साथ स्वीकारते हुए सारे तथ्य और आंकड़ों की रिपोर्ट भी सार्वजनिक कर रहे हैं, क्योंकि दुनिया में सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं भारत में हो रही हैं। प्रतिदिन 1410 दुर्घटनाओं में से 400 लोग मर रहे हैं।’ उन्होंने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ‘भारत में सड़क दुर्घटना रिपोर्ट-2015’ को जारी किया।
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली मोदी सरकार के दो साल के शासनकाल में मानवाधिकार और धार्मिक आजादी कम होने का दावा किया है। कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे को भारत की अमेरिका के साथ होने वाली नियमित वार्ता का अंग बनाने को कहा है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा और अहमद पटेल ने सोमवार को गृहमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने सरकार से धमकी पर जांच करते हुए राहुल की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
प्रवचनकर्ता आसाराम बापू पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली लड़की के पिता का आरोप है कि उन्हें उनकी बेटी के मामले में दर्ज मुकदमा वापस लेने अथवा गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई है।
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी नए विवाद में उलझती जा रहीं हैं। शनिवार की रात को यमुना एक्सप्रेस वे पर हुए एक हादसे में मारे गए एक चिकित्सक के बच्चों ने स्मृति के इस दावे को खारिज कर दिया कि उन्होंने घायलों की मदद करने और उन्हें अस्पताल पहुंचवाने के प्रयास किए थे।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आखिरकार सरकार की बात माननी पड़ी। देश के इतिहास में पहली बार केंद्रीय विश्वविद्यालय के किसी कुलपति को राष्ट्रपति ने बर्खास्त किया है। यह मामला केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद विश्व भारती के कुलपति सुशांत दत्तागुप्ता को हटाने से जुड़ा है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कैनेबरा में चल रहे वनडे मैच में अंपायर हेलमेट पहनकर अंपायरिंग करते नजर आए। पिछले दिनों भारत में एक मैच के दौरान चोट लगने की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए अंपायर जान वार्ड को बुधवार को दोनों देशों के बीच खेले जा रहे मैच में हेलमेट पहन कर अंपायरिंग करनी पड़ी।