पाकिस्तानी सैनिकों ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए आज राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के नजदीक अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की जिसमें बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया।
मध्यप्रदेश में मानव एवं जंगली जानवरों के बीच बढ़ी संघर्ष की घटनाओं के कारण पिछले पांच साल में करीब 260 लोगों न अपनी जान गंवाई है, तो घायलों की संख्या 10,955 बताई गई है।
पिछले दो साल में सीमा पर कार्रवाई और नक्सल विरोधी अभियान की तुलना में दिल का दौरा पड़ने और अन्य बीमारियों की वजह मरने वाले बीएसएफ कर्मियों की संख्या अधिक है।
पाकिस्तान की आक्रामकता और एक भारतीय जवान के शव के साथ बर्बरता किए जाने के मुद्दे पर शिवसेना ने आज केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि लक्षित हमलों का श्रेय लेने वाली सरकार को अब सीमा पर मौतों को रोक पाने में अपनी असफलता स्वीकार करनी चाहिए।
सेना के तीन जवानों की हत्या करने तथा एक के शव को क्षत-विक्षत किए जाने के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना को मुंहतोड़ जवाब देते हुए बुधवार को नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी चौकियों पर भारी गोलीबारी की। पूंछ, रजौरी, केल और माछिल सेक्टर में पूरी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना पर गोलीबारी की गई। इस हमले में भारी मोर्टार और मशीन गनों से गोलियां दागी गई।
पाकिस्तान की ओर से हुई भारी गोलीबारी में घायल हुए बीएसएफ के एक हेड कांस्टेबल ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में आज दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राजौरी सेक्टर में नियंत्राण रेखा के पास पाकिस्तान की ओर से रविवार की रात हुई गोलेबारी में राय सिंह (40) घायल हो गए थे। इस दौरान बीएसएफ के तीन अन्य जवान भी घायल हुए थे। अन्य बीएसएफ जवानों की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले राय सिंह के परिवार में उनकी पत्नी, तीन बेटे और मां है।
सरकार ने खेती किसानी के क्षेत्रा में नकदी की समस्या को देखते हुये आज किसानों और छोटे व्यापारियों को बैंकों से नकदी निकालने में कुछ राहत दी है। किसान और छोटे व्यापारी अब बैंकों से सप्ताह में 50,000 रूपये तक की नकदी निकाल सकेंगे।
भारत और पाकिस्तान के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है और दोनों ने संघर्ष-विराम उल्लंघनों को लेकर चिंता जाहिर करने के लिए आज फिर एक दूसरे के उप उच्चायुक्तों को तलब किया। वहीं भारत ने इस्लामाबाद में अपने आठ अधिकारियों की सूचना सार्वजनिक किए जाने के तरीके पर विरोध दर्ज कराया जिससे उनकी सुरक्षा को खतरे में डाला गया।
बेहतर सुरक्षा फीचर्स वाले नए 500 और 2,000 के नोटों की आपूर्ति बढ़ने के बाद नकदी निकासी की सीमा बढ़ाई जाएगी। सरकार ने आज यह जानकारी देते हुए कहा कि इसके अलावा छोटे मूल्य के नोटों का भंडार भी बढ़ाया जाएगा।
किसानों, घरेलू महिलाओं और अन्य सदस्य जिनकी सालाना आय कर छूट सीमा के दायरे में है, ऐसे लोग यदि चलन से बाहर हो चुके 500 और 1,000 रुपये के नोटों में ढाई लाख रुपये तक की राशि जमा कराती हैं तो संभवत: आयकर विभाग उनके पीछे नहीं पड़ेगा। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने आज यह कहा।