एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उनका कहना है कि 31 अगस्त, 2017 उनके कार्यकाल का आखिर दिन होगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मसौदा तैयार करने के लिए सरकार ने मशहूर वैज्ञानिक पद्म विभूषण डॉ के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में एक समिति का गठन कर दिया गया है। समिति तत्काल प्रभाव से काम करना शुरू कर देगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय को देश भर से शिक्षा शास्त्रियों, शिक्षकों, विशेषज्ञों, छात्रों से सुझाव मिले थे जिस पर यह फैसला लिया गया है।
सीबीएसई अगले साल से दसवीं व 12वीं की परीक्षा मार्च की जगह फरवरी में कराएगी। कापी जांचने के काम में आ रहीं गड़बड़ियों की वजह से यह फैसला किया गया है। सीबीएसई इसमें सुधार लानी चाहती है। साथ ही परीक्षा 45 दिन की बजाय एक महीने में पूरे करा लेने की कोशिश की जाएगी।
सीबीएसई के दसवी कक्षा के नतीजों में इस बार दिल्ली रीजन में 13.67 की गिरावट आई है। पिछली बार 91.0 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए थे लेकिन इस बार 78.09 फीसदी स्टूडेंट्स ही पास हो सके। शनिवार को घोषित नतीजों में त्रिवेंद्रम पहला स्थान पर रहा जबकि दूसरे नंबर पर चेन्नई और तीसरे पर इलाहाबाद रीजन रहा। दिल्ली चौथे स्थान पर अपनी जगह बना पाया।
नीति आयोग ने केंद्र सरकार को एयर इंडिया के निजीकरण का सुझाव दिया है। आयोग ने कहा है कि कर्ज में दबी एयर इंडिया का पूर्ण निजीकरण कर दिया जाना चाहिए। वहीं, नागर विमानन मंत्रालय ने कहा है कि एयर इंडिया को आर्थिक दृष्टि से व्यावहारिक बनाने के लिए सभी संभावित विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
नीति आयोग ने कहा है कि देश के समक्ष बेरोजगारी के मुकाबले सबसे बड़ी समस्या अर्ध बेरोजगारी है। आयोग ने बताया कि जिस काम को एक व्यक्ति कर सकता है, उसे प्राय: दो या उससे अधिक कर्मचारी करते हैं।
सीबीएसई ने आज 12वीं क्लास का परिणाम जारी कर दिया है। एमेटी इंटरनेशनल स्कूल नोएडा की छात्रा रक्षा गोपाल 99.6 प्रतिशत अंक के साथ इस बार की टॉपर बनी है। रिजल्ट आ जाने से छात्रों में बेहद खुशी है।
12वीं के परिणाम आने के बाद स्टूडेंट्स आगे की पढ़ाई के लिए निर्णायक कदम उठाते हैं। इस दौरान कोई छात्र मेडिकल में तो कोई इंजिनियरिंग में अपना भविष्य तलाशते हैं, या फिर वे अपने मनमुताबिक विषयों की पढ़ाई करने की दिशा में फैसले लेते हैं। कुछ लोग ट्रेंड से हटकर भी सोचते हैं। 2017 सीबीएसई की टॉपर रक्षा गोपाल भी इन्हीं विद्यार्थियों की तरह हैं जो कुछ अलग करना चाहती हैं।