राष्ट्रीय शूटिंग टीम को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा। उनके हथियार यानी बंदूकों को अधिकारियों ने जब्त कर लिया गया।
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व अधिवक्ता कंवलजीत सिंह भाटिया ने जेट एयरवेज पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा कि 3 मई को दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जेट एयरवेज के अधिकारियों ने उनकी मां के साथ अभद्रता की और उन्हें प्रताड़ित भी किया।
सिविल सर्विस डे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईएएस अधिकारियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि अफसर मोबाइल पर लगे रहते हैं, इसलिए अब मैंने बैठकों में फोन लाने पर रोक लगा दी है। अफसर हर फैसले को राष्ट्रहित की कसौटी पर तौलें और सत्य निष्ठा से काम करें। मैं आपके साथ खड़ा हूं। हम जो काम करे उसका नतीजा भी आना चाहिए।
श्रीनगर एयरपोर्ट पर ग्रेनेड लेकर दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले सेना के एक जवान को चेकिंग के दौरान गिरफ्तार गया। इस जवान की पहचान गोपाल मुखिया के तौर पर की गई है। ये जवान 17 JAK राइफल्स का है, जो नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक उरी सेक्टर में तैनात था।
अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित फोर्ट लाउडेरडाले हॉलीवुड अंतरराष्टीय हवाईअड्डे पर एक बंदूकधारी की गोलीबारी में कम से कम पांच लोग मारे गए और आठ अन्य घायल हुए हैं। इस तरह की घटना ने एक बार फिर देश को हिलाकर रख दिया है।
प्रशासन और किसानों के बीच आदमपुर में सिविल एयरपोर्ट बनाने को लेकर जमीन अधिग्रहण मामला सुलझ गया। किसान प्रशासन को जमीन देने को तैयार हो गए। प्रशासन प्रति एकड़ 37 लाख रुपए के हिसाब से सवा 15 करोड़ रुपए देगा। डीसी केके यादव के साथ तीसरी बैठक में प्रशासन 28 लाख प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों को पैसे देने की शर्त रखी तो किसान नहीं माने।
यूनिफॉर्म सिविल कोड और तीन तलाक पर हर दिन टेलीविजन और सोशल मीडिया पर तीखी बहस जारी है। एक तबका तर्क दे रहा है कि तीन तलाक ही मुसलमान औरतों के पिछड़ेपन की वजह है। कुल मिलाकर मुसलमान औरतों के हुकूक के सिलसिले में बहस-मुबाहसे तीन तलाक तक सीमित हो गए हैं। जबकि तरञ्चकी के पायदान पर उनके आखिरी कतार में खड़े होने की असल वजह उनकी कम तालीम है।
‘हम मुस्लिम समुदाय के सामान्य नागरिक, कलाकार,बुद्धिजीवि, लेखक और कवि इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि भारत में मुस्लिम समुदाय विभिन्नताओं , मत-मतांतरों और विषमताओं से भरा है। मुसलमानों का की भी एक संगठन या जन समूह पूरे समुदाय की तरफ से बोलने का दावा नहीं कर सकता है।’ कॉन्सटीट्यूशन क्लब में तीन तलाक, यूनुफॉर्म सिविल कोड और समानता के लिए महिलाओं का संघर्ष विषय पर आयोजित गोष्ठी में यह बात सामने आई। यह गोष्ठी एडवा, अनहद और शिक्षा की ओर से आयोजित की गई थी।
दिल्ली की एक संस्था ने देश में रोजगारों के अवसर पर किए गए अध्ययन के आधार पर दावा किया है कि साल 2050 तक देश में 70 लाख रोजगार समाप्त हो जाएंगे। अध्ययन में कहा गया है कि ऐसा नए रोजगार के अवसरों का सृजन नहीं होने औप पूराने अवसरों के समाप्त होते जाने की वजह से होगा।
यूनिफॉर्म सिविल कोड के मुद्दे पर देश के तमाम मुस्लिम संगठन एक मंच पर आ चुके हैं। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि किसी भी सूरत में यूनिफॉर्म सिविल कोड मंजूर नहीं किया जाएगा। मुस्लिम संगठनों ने यहां तक कहा कि मोदी सरकार से सरहद तो संभल नहीं रही है और वह अंदरूनी जंग के लिए फिजा तैयार कर रही है।