एरिक ने फेसबुक पर महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार के खिलाफ एक फोटो पोस्ट किया है। इस फोटो में एक महिला अपने निजी अंग को हाथों से ढके खड़ी है और उस अंग की प्रतिकृति उसके हाथों पर एक घाव की तरह उभर आई है।
पंजाब के गुरदासपुर जिले का गुमान गांव आने वाले दो दिन मराठी भाषियों से गुलजार रहेगा। गुमान में भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का 88 वां संस्करण शुरू हो रहा है। गुमान वही स्थान हैं जहां मराठी संत नामदेव ने अपने जीवन के अंतिम साल गुजारे थे।
स्मार्ट फोन पर इस एप्लीकेशन ने देश-विदेश में बसे साहित्यकारों को मुहैया कराया है एक मंच। इस मंच पर साहित्य अलग तरह से गति पकड़ रहा है। कविता-कहानी और सम सामयिक विषयों पर जोरदार चर्चा से पाठक और लेखक सीधे संवाद स्थापित कर पाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिन्दी साहित्य को समृद्ध बनाने में योगदान के लिए आज मॉरीशस की सराहना की और कहा कि इस भाषा ने विश्व में एक विशेष स्थान हासिल कर लिया है।
सन 2014 का ज्ञानपीठ पुरस्कार मराठी लेखक भालचंद्र नेमाड़े को दिया जाएगा। नेमाड़े अपने उपन्यास हिंदू – जगण्याची अड़गळ के लिए जाने जाते हैं। मराठी भाषा में अड़गळ का अर्थ होता है ऐसा कबाड़ जो संभाल कर रखा जाता है। ऐसे कबाड़ को परिभाषित करने वाले नेमाड़े बहुत बेबाकी से बोलते हैं।
साहित्य अकादेमी के पुरस्कार समारोह के साथ तीन दिन का साहित्योत्व शुरू हो गया है। देश-विदेश से लेखक और साहित्य में रूचि रखने वाले इस उत्सव में जमा हुए हैं। यह उत्सव हर साल आयोजित होता है, जिसका इंतजार सभी को रहता है।
नए बजट में कला संस्थाओं के बजट में कटौती हो गई है। सरकार को लगता है कि कलाकारों को पैसों की कुछ खास जरूरत नहीं होती। वे कला को ही ओढ़-बिछा कर अपना जीवन यापन कर सकते हैं।
खजुराहो नृत्य समारोह-एक ऐसे दौर में जब कला को खुद को जिंदा व प्रासंगिक बनाए रखने के लिए जद्दोजेहद करनी पड़ रही है, अलग-अलग कलाओं का एक-दूसरे का सहारा बनकर एक मंच पर आना एक सुकून देने वाला अनुभव है। खजुराहो नृत्य समारोह ऐसा करने में काफी हद तक कामयाब रहा है।