भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि इस वर्ष कम मॉनसून की कोई संभावना नहीं है और 96 फीसदी गुंजाइश है कि इस साल सामान्य या अत्यधिक वर्षा होगी। यह खबर सूखे की मार झेल रहे किसानों और गर्मी से हलकान लोगों के लिए राहत देने वाली।
केंद्र में एनडीए सरकार के दो साल पूरा होने पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला है। इंडिया गेट पर आयोजित समारोह को लेकर उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन सरकार बॉलीवुड सितारों के साथ नाच-गाने में डूबी हुई है।
नागरिकों के पैसे से हुए इस भव्य आयोजन की चकाचौंध भले ही जितनी टीवी स्क्रीन पर जगमग हो, लेकिन आम दिल्ली वासी, आम नागरिक और सामान्य मीडिया की पहुंच से रहा सारा आयोजन बाहर
यदि आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशंसक हैं और उनसे मिलने की इच्छा रखते हैं तो यह इच्छा आपकी पूरी हो सकती है। इसके लिए आपको पांच मिनट में 20 सवालों के जवाब देने होंगे। आप पांच मिनट में 20 सवालों के जवाब दे देते हैं तो आपको एक प्रमाणपत्र मिलेगा जिस पर पीएम मोदी के हस्ताक्षर होंगे और उनसे मुलाकात का मौका भी आपके पास होगा।
कांग्रेस मुक्त भारत की हुंकार के बीच अच्छे दिनों की तमन्ना जवान करते हुए नरेंद्र दामोदार दास मोदी की सरकार सत्ता में आई। मोदी सरकार 26 मई, 2016 को अपना दो वर्ष पूरा करने जा रही है। इन दो वर्षां में जन आकांक्षाओं में उछाल आया और खूब राजनीतिक शोर-शराबा भी हुआ। लेकिन उन लोगों के बारे में किसी तरह की चर्चा नहीं हुई, जो देश के लिए अन्न पैदा करने में सातों दिन चौबीस घंटे अपना पसीना बहाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों को साफ निर्देश दिया है कि सरकार के पिछले दो साल के विकास कार्यों को मुंहजबानी याद रखो, तभी इसे आप जनता के सामने बेहतर ढंग से रख पाओगे। केन्द्र में मोदी सरकार के दो साल पूर्ण होने की पूर्व संध्या पर मंत्रिपरिषद की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सहयोगी मंत्रियों से सरकार द्वारा की गई पहल को जमीनी स्तर पर लोगों तक पहुंचाने के लिए ध्यान केंद्रित करने को कहा।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर इसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सरकार को कई मुद्दों पर आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार महंगाई को लगाम लगाने, सीमा पार से आतंकवाद को रोकने और इस दौरान शुरू की गई योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में विफल रही है।