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सामाजिक बदलाव के लिए यूनीसेफ और बीबीसी ने पेश किया ड्रामा सीरीज ‘आधाफुल’

सामाजिक बदलाव के लिए यूनीसेफ और बीबीसी ने पेश किया ड्रामा सीरीज ‘आधाफुल’

यूनीसेफ इंडिया और बीबीसी मीडिया एक्शन इंडिया ने मंगलवार को सामाजिक बदलाव के संदेश को समेटे किशोरों पर आधारित एक टी.वी सीरियल का शुभारंभ किया। इस सीरियल के कथानक में किशोरों की समस्याओं और उनके खिलाफ कोशोरों के खड़े होने को बेहद ही रोचक तरीके से पेश किया गया है।
राजनीति की खातिर जात भड़काऊ प्रयास

राजनीति की खातिर जात भड़काऊ प्रयास

रातोरात अरविंद केजरीवाल गुजरात के पटेल-पाटीदार समाज की पगड़ी पहनकर उनके उद्धारक बन गए। पंजाब में वह गुरुद्वारे में ‘कार सेवा’ करके सिख समुदाय का नेतृत्व करने की भूमिका बना रहे थे।
दलितों को निजी क्षेत्र और पदोन्नति में आरक्षण के लिए आंदोलन करेंगे उदित राज

दलितों को निजी क्षेत्र और पदोन्नति में आरक्षण के लिए आंदोलन करेंगे उदित राज

दलित नेता एवं उत्तर पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद उदित राज ने निजी क्षेत्र और पदोन्नति में आरक्षण के लिए कानून बनाने की मांग करते हुए अनुसूचित जाति-जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ की ओर से देशव्यापी आंदोलन चलाने और 28 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली करने का ऐलान किया।
'रन फॉर हर' में एक साथ दौड़े राजनयिक, छात्र और सामाजिक नेता

'रन फॉर हर' में एक साथ दौड़े राजनयिक, छात्र और सामाजिक नेता

भारत में कनाडा के उच्चायोग ने लड़कियों के सशक्तीकरण के समर्थन में शुक्रवार को रन फॉर हर दौड़ का आयोजन किया। इस दौड़ में सैंकड़ों की संख्या में छात्रों के साथ ही विभिन्न समुदाय के नेता भी शामिल हुए।
जात पर न भड़काओ वोटर को

जात पर न भड़काओ वोटर को

बहुत पुरानी कहावत है- जात न पूछो साधु की। साधु यानी आशीर्वाद देने वाला, अपने भक्तों की सुख, समृ‌‌द्धि, सफलता की कामना करने वाला। भारतीय मतदाता भी तो उसी भलमनसाहत और उदारता के साथ अपने पसंदीदा उम्मीदवार को सत्ता में पहुंचाने के लिए ‘वोट’ का महत्वपूर्ण आशीर्वाद देता है।
उज्जवला योजना सामाजिक बदलाव की दिशा में बड़ा कदम- धर्मेंद्र प्रधान

उज्जवला योजना सामाजिक बदलाव की दिशा में बड़ा कदम- धर्मेंद्र प्रधान

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र प्रधान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी उज्जवला योजना को साकार करने में जुटे हुए हैं। छात्र राजनीति से राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने वाले प्रधान की भारतीय जनता पार्टी के संगठन में मजबूत पकड़ है। इसलिए उन्हें मंत्रालय के साथ-साथ उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महत्वपूर्ण जिम्मे‍वारी भी मिली है। आज देश में उज्जवला योजना से लेकर गैस पाइप लाइन और एलपीजी सब्सिडी को लेकर चर्चाएं तेज हैं। इन्हीं सब मुद्दों पर धर्मेन्द्र प्रधान से आउटलुक ने विस्तार से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश-
वेमुला आत्महत्याः जांच आयोग ने लगाई बीजेपी के झूठे दावों पर मुहर- पुनिया

वेमुला आत्महत्याः जांच आयोग ने लगाई बीजेपी के झूठे दावों पर मुहर- पुनिया

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने देश की सियासत में गुबार पैदा करने वाले रोहित वेमुला आत्महत्या मामले की न्यायिक आयोग की जांच में इस शोध छात्र के दलित न होने के कथित दावे को गलत बताते हुए कहा है और यह केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के झूठे दावों पर मुहर लगवाने का हथकंडा मात्र है।
‘फिरकापरस्त’ तबका समझ रहा हम जो जी चाहें करें-मौ.अरशद मदनी

‘फिरकापरस्त’ तबका समझ रहा हम जो जी चाहें करें-मौ.अरशद मदनी

देश के मौजूदा सियासी-सामाजिक हालातों पर जमीयत उलमा-ए-हिंद के सदर मौलाना सय्यद अरशद मदनी मौजूदा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं। उनका कहना है कि कुछ मौजूदा मसलों पर सरकार ने अगर समझदारी का सुबूत न दिया,जो लोग मुल्क के हालात खराब करने की कोशिश कर रहे हैं अगर सरकार के हाथ उनकी गर्दन तक नहीं पहुंचे या उनके हौसले को न तोड़ा गया तो हालात खराब होंगे।
कांग्रेस की सामाजिक समरसता, यूपी के दलित-सवर्ण अब साथ चखेंगे भीम भोज

कांग्रेस की सामाजिक समरसता, यूपी के दलित-सवर्ण अब साथ चखेंगे भीम भोज

उत्‍तर प्रदेश में अपनी खोई पैैठ बढ़ाने के लिए कांग्रेस हर संभव प्रयास कर रही है। अंबेडकर की विचारधारा को ध्‍यान में रखते हुए दलित समाज को अपने से जोड़ने के लिए पार्टी ने भीम ज्‍योति यात्रा का पिछले साल सफल आयोजन किया। अब वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर 20 अगस्‍त को भीम भोज का आयोजन करेगी।
भीड़ ने उना से लौट रहे दलितों के समूह को पीटा

भीड़ ने उना से लौट रहे दलितों के समूह को पीटा

गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के उना शहर में एक प्रदर्शन रैली से घर लौट रहे 20 दलितों के एक समूह पर समतर गांव के पास भीड़ ने हमला कर दिया, जिसमें आठ दलित गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना सोमवार शाम करीब पांच बजे हुई। पुलिस ने भीड़ को भगाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का लाठी चार्ज भी किया। हालांकि पीडि़तों का दावा है कि पुलिस ने उनकी मदद के लिए कुछ नहीं किया।
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