लंबे समय से चले आ रहे भारत-चीन सीमा विवाद निपटारे पर चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने कुछ भू-भागों की अदला-बदली को लेकर परोक्ष रूप से अपनी बात सामने रखी है।
पाकिस्तान के 39 कैदियों को रिहा करने के बाद आगे और सौहार्द्रपूर्ण संबंध बनाने की दिशा में भारत सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में भारत अब पाकिस्तान के साथ सिंधु जल पर बातचीत को तैयार हो गया है। मीडिया की माने तो स्थायी सिंधु आयोग की बैठक इस महीने लाहौर में होने वाली है। भारत इस बैठक का हिस्सा हो सकता है।
चीन और भारत ने अपने मौजूदा मतभेदों को सुलझाने के लिए चल रही बातचीत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए आज एक रणनीतिक वार्ता हुई। इससे पहले विदेश सचिव एस जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ बातचीत भी की।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने आज एक ही रॉकेट के माध्यम से रिकॉर्ड 104 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण कर इतिहास रच दिया। इनमें से तीन उपग्रह दूसरे देशों के हैं। इन उपग्रहों में भारत का पृथ्वी पर्यवेक्षण उपग्रह भी शामिल है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो को इस सफलता के लिए बधाई दी है।
मुरैना के परेड ग्राउण्ड में 6 से 13 फरवरी तक आयोजित रोटरी मेडिकल मिशन राहत-2017 के चिकित्सा महाकुंभ का आठवें दिन भव्य एवं गरिमापूर्ण समारोह में समापन हुआ। पीड़ित मानवता की सेवा के इस महाअभियान को निरंतर जारी रखने के संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। समापन समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से हरियाणा के महामहिम राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने प्रेरणादायी उदबोधन में कहा कि अभावग्रस्त, दुखी एवं रूग्ढ़ मानवता की सेवा सबसे बड़े पुण्य का कार्य है।
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का का कहना है कि कंपनी के सह-संस्थापक एन. आर. नारायण मूर्ति के साथ उनका हमेशा एक हार्दिक और गर्मजोशी भरा रिश्ता रहा है।
तमिलनाडु में सरकार के गठन का कोई हल नजर न आने की मौजूदा स्थिति के बीच सत्ताधारी अन्नाद्रमुक ने कहा है कि उसके अधिकतर विधायकों का समर्थन महासचिव वी.के. शशिकला के पक्ष में है। इसके साथ ही अन्नाद्रमुक ने दावा किया कि राज्यपाल सी विद्यासागर राव द्वारा उन्हें बुलाए जाने की संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं।
अमेरिका की एक स्वतंत्र संस्था ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है कि भारत में वर्ष 2014 के बाद नाटकीय रूप से घृणा अपराध, सामाजिक बहिष्कार और जबरन धर्मांतरण बढ़ गया है जिससे धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों और दलितों को भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।