मुजफ्फरनगर के दंगों की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म शोरगुल देश के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई जा रही है लेकिन मेरठ और मुजफ्फरनगर के लोग यह फिल्म नहीं देख पा रहे हैं।
अगर तेलंगाना सरकार को एअरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) की ओर से अनुमति मिल गई तो गुरुवार को हैदराबाद के हुसैनसागर तालाब के पास संजीवया पार्क पर 303 फीट यानि 92.35 मीटर का राष्ट्रीय झंडा हमेशा लहराएगा। यह देश का सबसेे ऊंचा झंडा होगा।
सरबजीत सिंह के जीवन पर बनने वाली फिल्म सरबजीत में वकील की भूमिका निभा रहे दर्शन कुमार का कहना है कि उन्हें पूरा विश्वास है यह फिल्म पाकिस्तान में भी रिलीज होगी। सरबजीत की पाकिस्तान जेल में मौत हो गई थी।
केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की ओर से अपने संस्थान परिसरों में प्रमुखता से राष्ट्रीय ध्वज फहराने का प्रण किए जाने के कुछ दिनों बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सभी केंद्रीय विद्यालयों को अपने स्कूल की इमारतों पर रोजाना तिरंगा फहराने का आदेश दिया है।
तिरंगे की शान रखने के लिए हर भारतीय नागरिक सब कुछ न्यौछावर करने के लिए तैयार रहता है। हिमालय की सर्वोच्च चोटी से समुद्र के सुदूर क्षेत्र और अंतरिक्ष तक भारतीयों ने गौरव के साथ तिरंगा फहरा कर सैल्यूट किया है। इसलिए मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालयों की इमारतों पर तिरंगा ध्वज लहराने की अनिवार्यता के निर्देश का स्वागत ही होना चाहिए।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक अहम फैसले में सभी केन्द्रीय विश्वविद्यालय को अपने परिसर में रोजाना तिरंगा फहराने के आदेश दिए हैं। गुरुवार को मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी से साथ हुई केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में देश की एकता और अखंडता को मजबूत रखने के लिए यह फैसला लिया गया।
जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट ने उस आदेश पर रोक लगा दी है जिसके तहत सभी सरकारी इमारतों और वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के साथ-साथ राज्य का झंडा फहराने को कहा गया था। राज्य में दो झंडे फहराने के मुद्दे पर सियासी बहस छिड़ी है।
कुआलालंपुर में भारत के लिए उस समय असहज स्थिति उत्पन्न हो गई जब आसियान शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय वार्ताओं से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जापानी समकक्ष शिंजो एबे के साथ फोटो खिंचवाने वाले थे और उस समय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा उल्टा लगा नजर आया।
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भारतीय ध्वज के अपमान का मामला सामने आया। आसियान सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी की जापान के प्रधानमंत्री से मुलाकात के वक्त तिरंगा उल्टा लटका दिखा। बताया जाता है कि इस भूल के लिए जापान के अधिकारियों ने माफी मांगी और फिर तिरंगे को सीधा कर दोनों पीएम फोटो के लिए आए। लेकिन तब तक विवाद खड़ा हो चुका था।