अपनी तीन दिवसीय ब्रिटेन यात्रा संपन्न कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तुर्की के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री तुर्की में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
ग्रीनपीस इंडिया ने आज एक बयान जारी कर दावा किया कि संस्था के तौर पर उसके पंजीकरण को तमिलनाडु में रजिस्ट्रार ऑफ सोसाइटीज ने रद्द कर दिया है। इस कार्रवाई को ग्रीनपीस ने स्वतंत्र अभिव्यक्ति और असहमति के स्वर को दबाने का प्रयास करार दिया है।
चीन ने आज दशकों पुरानी एक बच्चे की अपनी विवादास्पद नीति को निरस्त कर दिया। अब चीन की सरकार के इस कदम से विश्व के सर्वाधिक आबादी वाले देश में सभी दंपतियों को दो बच्चे रखने की अनुमति मिल गई है।
यह पहला मौका था कि किसी अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रीय राजधानी के बजाय जयपुर को चुना गया था। इस सम्मेलन मे भाग लेने के लिए 14 देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहले ही जयपुर पहुंच चुके है।
भारत और चीन की सेनाओं ने चीन के युन्नान प्रांत में 10 दिवसीय आतंकवाद निरोधक संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। दोनों देशों के अधिकारियों का मानना है कि यह अभ्यास आपसी समझ एवं सहयोग बढ़ाने में मददगार होगा। भारत ने इन अभ्यासों में भाग लेने के लिए पहली बार ईस्टर्न कमांड की नगा रेजीमेंट की दूसरी बटालियन के 175 जवानों का दल भेजा है जो चीन के साथ लगती भारत की सीमा की देख-रेख करता है।
बेंगलुरू में भारत-जर्मनी व्यवसायी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने अपने-अपने देश मे निवेश के लिए उद्योग जगत का आह्वान किया।
नोएडा के दादरी स्थित बिसाहड़ा गांव में गोवध के आरोप में एक मुस्लिम व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या को लेकर मचे बवाल के बीच उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री आजम खां ने आज संयुक्त राष्ट्र महासचिव को पत्र लिखकर देश में मुसलमानों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम को रोकने के लिए हस्तक्षेप की मांग की।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के कश्मीर और नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघन का मुद्दा उठाने पर भारत ने इसका करारा जवाब देते हुए कहा कि इस्लामाबाद असल में आतंकवाद को पालने पोसने और प्रायोजित करने की अपनी ही नीतियों का शिकार हो गया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाषण से एक दिन पहले पाकिस्तान ने फिर कश्मीर का राग गाया है। उसने भारत पर संघर्षविराम का उल्लंघन करने, जम्मू-कश्मीर में दिखावटी चुनाव कराने का आरोप लगाया, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता रद्द होने की जिम्मेदारी भी भारत पर डाली।
पाटीदार और सिख समुदाय के लोगों और उनके समर्थकों ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री का उस समय संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में सतत विकास पर संबोधन हो रहा था।