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Search Result : "संकेत रंग टोली"

बुडापेस्ट में पहली बार योग के साथ भारतीय रंग

बुडापेस्ट में पहली बार योग के साथ भारतीय रंग

बुडापेस्ट में पहली बार भारतीय दूतावास 17-19 जून तक हंगरी के 9 शहर और 25-26 जून को बोस्निया और हरजेगोविना के 3 शहरों में गंगा-डेन्यूब सांस्कृतिक उत्सव और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है। इस संबंध में एक वीडियो भी यूट्यूब पर डाला गया है जिसे पिछले हफ्ते से अब तक हजारों लोग देख चुके हैं।
टाटा का दबाव लाया रंग, सरकार ने बदली विमानन नीति

टाटा का दबाव लाया रंग, सरकार ने बदली विमानन नीति

बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय नागर विमानन नीति को आज केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी। नई नीति में नई कंपनियों के लिए अन्तरराष्ट्रीय उड़ान के नियम आसान कर दिये गए हैं। नई नीति में 5/20 के नियम को बदलकर 0/20 कर दिया गया है।
मोदी सरकार सेंसर बोर्ड के नियमों से संतुष्‍ट नहीं, जेटली ने दिए बदलाव के संकेत

मोदी सरकार सेंसर बोर्ड के नियमों से संतुष्‍ट नहीं, जेटली ने दिए बदलाव के संकेत

उड़ता पंजाब फिल्म पर उठे विवाद के बीच सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरूण जेटली ने गुरुवार को कहा कि फिल्म प्रमाणन नियम उदार होंगे तथा अगले कुछ दिनों में कुछ बड़े बदलावों की घोषणा की जाएगी। उड़ता पंजाब में सेंसर फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा कुछ काटछांट करने पर उठे विवाद पर अपनी पहली टिप्पणी में उन्होंने कहा, मैं इसे अति नहीं कहूंगा। वैसे मैं इस मामले को नहीं जानता क्योंकि मैंने संबंधित फिल्म नहीं देखी है।
मौद्रिक नीति समीक्षा : ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं, महंगाई बढ़ने के संकेत

मौद्रिक नीति समीक्षा : ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं, महंगाई बढ़ने के संकेत

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को कयासों के अनुकूल मौद्रिक नीति की द्वैमासिक समीक्षा पेश करते हुए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया। रेपो रेट बिना बदलाव के 6.50 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 6 फीसदी बरकरार रहेगी। आरबीआई ने सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया है और ये 4 फीसदी पर कायम है। एमएसएफ यानी मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी दर भी 7 फीसदी पर बरकरार है।
केसरिया रंग में रंग रहे अमिताभ

केसरिया रंग में रंग रहे अमिताभ

मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में बिग बी यानी अमिताभ बच्‍चन केसरिया रंग में रंगते नजर आए। कार्यक्रम की तैयारी में शनिवार को दिल्‍ली पहुंचे अमिताभ कई बार परिधान बदलते भी नजर आ रहे थेा पहले उन्‍होने कालेे रंग की जैकेट पहनी तो बाद में केसरिया रंग की जैकेट पहनकर कार्यक्रम पेश किया।
गिरगिट से भी तेज रंग बदल रही है मोदी सरकार : शिवसेना

गिरगिट से भी तेज रंग बदल रही है मोदी सरकार : शिवसेना

मोदी सरकार के यह कहने पर कि कश्मीरी नेताओं के किसी भी देश के प्रतिनिधियों से मुलाकात पर कोई रोक नहीं हैं, उस पर हमला बोलते हुए शिवसेना ने आज कहा कि भाजपा सरकार ने अलगाववादियों को पाकिस्तान से बातचीत करने की रियायत दी है और वह गिरगिट से भी ज्यादा तेजी से रंग बदल रही है। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगी ने यह भी कहा, हुर्रियत पर केंद्र का रुख परिवर्तन अयोध्या में राम मंदिर को बाबरी मस्जिद कहने जैसा है।
तमिलनाडु चुनाव: द्रमुक डूबा पीले रंग में, अन्नाद्रमुक पर छाया हरा रंग

तमिलनाडु चुनाव: द्रमुक डूबा पीले रंग में, अन्नाद्रमुक पर छाया हरा रंग

कुछ लोग यह सोच सकते हैं कि रंगों में क्या रखा है लेकिन तमिलनाडु में दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख रंगों पर खासा ध्यान दे रहे हैं। इन दलों के लिए हरा और पीला रंग चुनावी मौसम के अहम रंग बन गए हैं।
चर्चाः बराक ने दिखाया भारत को रंग | आलोक मेहता

चर्चाः बराक ने दिखाया भारत को रंग | आलोक मेहता

बराक ओबामा और नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन बैठकों के फोटो इस तरह प्रचारित हुए, जैसे उनकी तरह के मित्र दुनिया में नहीं हैं। लेकिन परमाणु सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए नरेंद्र भाई के ‘फ्रेंड’ बराक ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति के रूप में एक बार फिर भारत को पाकिस्तान की श्रेणी में खड़ा कर दिया।
गूगल मैप में राष्ट्रविरोधी शब्द सर्च करने पर जेएनयू की ओर संकेत

गूगल मैप में राष्ट्रविरोधी शब्द सर्च करने पर जेएनयू की ओर संकेत

गूगल मैप पर एंटी नेशनल, सिडिशन, पैट्रियोटिज्म और भारत माता की जय जैसे शब्द सर्च करने पर यूजर को जेएनयू की तरफ निर्देशित किया जाता है जहां के छात्र देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
चर्चाः रंग और रोशनी से राजनीति | आलोक मेहता

चर्चाः रंग और रोशनी से राजनीति | आलोक मेहता

रंगों का त्योहार होली हो या रोशनी का उत्सव दीवाली- समाज के हर वर्ग को साथ मिलकर खुशियां बांटने की प्रेरणा देता है। यूं देश के शीर्ष नेता औपचारिक शुभकामना संदेश देते हैं, लेकिन हाल के वर्षों में राजनीति में सक्रिय नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच जिस तरह की जहरभरी पिचकारियां चलती हैं, वह समाज और लोकतंत्र के लिए खतरनाक बनती जा रही हैं।