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6 अक्टूबर से शुरू होगा फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप, राठौर ने कहा- खेल को देखने का नजरिया बदलना होगा

6 अक्टूबर से शुरू होगा फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप, राठौर ने कहा- खेल को देखने का नजरिया बदलना होगा

6 अक्टूबर से भारत में फीफा अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप शुरू हो जाएगा, जो 28 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें दुनिया भर...
नौसेना की छह महिला अफसर विश्व परिक्रमा के लिए रवाना, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

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गोवा के तट से शुरू हुआ ‘नाविका सागर परिक्रमा’ अभियान दुनिया के विभिन्न सागरों से होते हुए मार्च, 2018 में समाप्त होगा। यह पूरी यात्रा पांच चरणों में पूरी होगी।
झांझरिया-सरदार सिंह खेल रत्न से सम्मानित, पुजारा-हरमनप्रीत को मिला अर्जुन अवार्ड

झांझरिया-सरदार सिंह खेल रत्न से सम्मानित, पुजारा-हरमनप्रीत को मिला अर्जुन अवार्ड

36 वर्षीय देवेंद्र झांझरिया खेल रत्न पाने वाले पहले पैरा एथलीट हैं। क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा और हरमनप्रीत कौर सहित 17 खिलाड़ियों को प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया।
विश्व चैंपियनशिप: गोल्ड से बस एक कदम दूर सिंधू, साइना को कांस्य से करना पड़ा संतोष

विश्व चैंपियनशिप: गोल्ड से बस एक कदम दूर सिंधू, साइना को कांस्य से करना पड़ा संतोष

रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने तूफानी प्रदर्शन करते हुए नौंवीं सीड चीन की चेन यूफेई को लगातार गेमों में 21-13, 21-10 से पीटकर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में सिंधू ने रजत जीतकर रचा इतिहास, भारत की झोली में आए 2 पदक

विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में सिंधू ने रजत जीतकर रचा इतिहास, भारत की झोली में आए 2 पदक

सिंधू इस टूर्नामेंट में रजत जीतने वाली भारत की दूसरी शटलर हैं। इससे पहले साइना नेहवाल ने साल 2015 में जकार्ता में हुई विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
कबड्डी कोच को नहीं मिलेगा द्रोणाचार्य अवॉर्ड, खेल मंत्रालय ने हटाया कटारिया का नाम

कबड्डी कोच को नहीं मिलेगा द्रोणाचार्य अवॉर्ड, खेल मंत्रालय ने हटाया कटारिया का नाम

द्रोणाचार्य पुरस्कारों के लिये की गयी सिफारिशों में यह दूसरा नाम है जो सूची से हटाया गया है। इससे पहले पैरा स्पोर्ट्स कोच सत्यनारायण का नाम इस सूची से हटाया गया था।
ओलंपिक की आस लगाने से पहले सोचिए, कैसे जीते-मरते हैं हमारे खिलाड़ी

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खेल और खिलाड़ियों की दशा पर अक्सर लोग बात करते दिखाई देते हैं। खेल की हालत में सुधार और प्रोत्साहन देने जैसी शासकीय घोषणाएं भी समय-समय पर की जाती हैं। खेलों में न्यूनतम सुविधाएं मिलने अथवा नहीं मिलने की परिचर्चा भी आम है, लेकिन बात खिलाड़ियों की जान पर आ जाए तो आप इसे क्या कहेंगे?