आवास क्षेत्रः कम बजट से मिलती तेज गति देश के मध्यम दर्जे के शहरों में सस्ते मकानों के निर्माण से दूर हो रही है जायदाद क्षेत्र की सुस्ती JAN 31 , 2015
बदनाम हुए तो क्या, दाम मिलेगा पीके फिल्म के नाम पर जितनी चिल्ला चोट हो सकती है हो रही है। बैनर-पोस्टर आग के हवाले किए जा रहे हैं। टेलीविजन चैनल पर बहस का बाजार गरम है। यह फिल्म के विषय पर बहस न होकर केसरिया-हरे की बहस हो कर रह गई है। JAN 21 , 2015