अनुभवी खिलाड़ियों के बगैर उतरी भारतीय क्रिकेट टीम ने जिम्बाब्वे को दूसरे वनडे मैच में 62 रनों से हरा दिया है। 33 गेंदों में 4 विकेट लेने वाले भुवनेश्वर कुमार मैच के हीरो रहे हालांकि मुरली विजय को उनकी 72 रनों की पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के बीच गठजोड़ की रोज नई गांठें खुल रही हैं। अब वसुंधरा राजे के पिछले कार्यकाल के दौरान ललित मोदी को पद्म पुरस्कार दिलाने की कोशिश का खुलासा हुआ है।
अब यह राज खुल गया है कि मस्तिष्क में अच्छी स्मृतियां कैसे बनती हैं मस्तिष्क के एक विशेष क्षेत्र के न्यूरॉन हर दिन के घटनाक्रम के बारे में तेजी से स्मृतियां बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। एक नए अध्ययन में यह बात कही गयी है।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सन 2014 सिविल सर्विसेज परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए है। इस बार प्रावीण्य सूची में शुरुआती पांच में से चार लड़कियां है। इन लड़कियों में – पहले स्थान पर ईरा सिंघल, दूसरे पर रेनु राज, तीसरे पर निधि गुप्ता और चौथे स्थान पर वंदना राव ने कब्जा जमाया है। ईरा और निधि गुप्ता दोनों दिल्ली से हैं और वे दोनों ही भारतीय राजस्व विभाग में कार्यरत हैं।
जिंबाब्वे दौरे के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्यों का एलान कर दिया गया है। अजिंक्य रहाणे को कप्तान बनाया गया है जबकि हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा की टीम में वापसी हुई है। मजे की बात है कि टीम के दो वरिष्ठ खिलाड़ियों महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को आराम दिया गया है।
गेंद और बल्ले के बीच संतुलन बनाने के लिए आगामी 5 जुलाई से वनडे क्रिकेट के नियमों में फेरबदल होने जा रहा है। अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट संघ की सालाना बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं, जिससे गेंदबाजों को राहत मिलेगी जबकि बैटिंग पावरप्ले खत्म हो जाएगा। बारबडोस में एन श्रीनिवासन की अध्यक्षता में हुई बैठक में आईसीसी चीफ ऐग्जिक्युटिव कमिटी की ओर से मंजूर किए गए इन प्रस्तावों को आईसीसी बोर्ड ने भी मंजूर कर लिया है। जानिए, वनडे क्रिकेट कैसे बदलने जा रहा है
गुजरात में बहुत से लोगों के लिए केंद्र सरकार के एक साल पूरा होते न होते अच्छे दिन आ गए हैं। जिनके दिन और रात पहले से काले थे, उन्हें अब अमावस्या में जीने की सलाह दी जा रही है। आज की वारीख में चाहे वह इशरत जहां का फर्जी एनकाउंटर का मामला हो या सोहराबुद्दीन की हत्या का, सब मामलों में तमाम आरोपियों को जेल से मुक्ति, मुकदमों से मुक्ति की राह निकल पड़ी है। दोषियों, आरोपियों की रिहाई की यह रेल जिस तेजी से चल रही है, उसमें 2002 गुजरात नरंसहार के दोषियों को भी मुक्ति की आस बंध गई है।