समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि कार्यकर्ताओं के बीच ज्यादा समय बिताने और गलती करने पर सरकार की नकेल कसने के लिए ही वह खुद मुख्यमंत्री नहीं बने। उन्होंने दादरी कांड का जिक्र करते हुए कहा कि घटना में भाजपा से जुड़े तीन लोग शामिल थे और प्रधानमंत्री चाहें तो वह उनका नाम बता सकते हैं।
जैसे ही पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कारों की घोषणा हुई वैसे ही सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। खासकर फिल्म अभिनेता अनुपम खेर को पद्म भूषण दिए जाने पर सोशल मीडिया पर उन्हें आड़े हाथों लिया जा रहा है। बीते महीनों में जब दादरी कांड और असहिष्णुता वाले मुद्दे पर अवॉर्ड वापसी अभियान चल रहा था तो अनुपम खेर के नेतृत्व में दिल्ली में इस अभियान के खिलाफ एक मार्च निकाला गया था। खेर ने देश में बढ़ती असहिष्णुता के विरोध में अवॉर्ड लौटाए जाने की मुहिम को गलत बताया था। हालांकि आज खेर ने पद्म भूषण के लिए चुने जाने को जिंदगी की सबसे बड़ी खबर बताया।
भारत की सीमा से सटे नेपाल के शहर मोरंग में आंदोलनकारी मधेसियों और सत्तारूढ़ सीपीएन-यूएमएल की युवा शाखा के कार्यकर्ताओं के बीच गुरूवार को जमकर झड़प हुई। नेपाल में हुई इस ताजा हिंसा की घटना में तीन लोगों की जान चली गई। लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में एक महिला समेत तीन व्यक्तियों की मौत हुई है।
पश्चिम बंगाल में मालदा में हुए हिंसा को लेकर प्रदेश भाजपा और संघ के प्रमुख नेताओं की दो दिवसीय बैठक कोलकाता में हो रही है। जिसमें मालदा में हुई हिंसा को लेकर आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के हिंसा प्रभावित कालियाचक का दौरा करने गई भाजपा सांसदों की टीम को पुलिस ने मालदा रेलवे स्टेशन से ही लौटा दिया। इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा के बीच राजनीतिक लड़ाई तेज हो गई है।
पश्चिम बंगाल के मालदा में हुई हिसंक झड़प पर राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने इस मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला है। भाजपा के नेता सिद्धार्थनाथ सिंह ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने नकली नोट और ड्रग्स तस्करों को बचाने के लिए पूरी घटना को अंजाम दिया गया।
भारत के पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमलों की पृषठभूमि में पाकिस्तान के एक मंत्री ने कहा है कि कुछ तत्व भारत-पाक शांति वार्ता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। साथ ही मंत्री ने कहा कि इन हरकतों के बावजूद वे लोग अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं होंगे।
दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की। 2015 के नवंबर महीने में भारत के सबसे बड़े लूट कांड को सुलझाने के लिए दिल्ली पुलिस का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज किया गया है।